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Tricitynews
Chandigarh
09th Jan,2019:- भारतीय ट्रेड
यूनियनों के आह्वान पर अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी फैड़रेशन, भारतीय बिजली
कर्मचारी फैडरेशन के फैसले के तहत फैड़रेशन ऑफ यूटी इम्पलाईज एण्ड वर्करज चण्डीगढ़
के आहवान पर दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के दूसरे दिन भी यूटी एमसी कर्मचारियों
द्वारा मुक्कमल हड़ताल की गई। हड़ताल में विशेष तौर पर बिजली, पानी, बागवानी, सड़क, बाल कल्याणपरिषद, सिटको, वीडीओ, एमसी मनीमाजरा, कैपीटल
प्रोजैक्ट, सफाई कर्मचारी आदि 18 यूनियनों से
सम्बन्धित हजारों कर्मचारी शामिल हुए। कर्मचारी सुबह अपने अपने विभागों के सामने
इक्कठे होकर मार्च करते हुए फैड़रेशन के आह्वान पर परेड़ ग्राऊंड सैक्टर 17 के सामने की जा
रही हड़ताली कर्मचारियों की रैली में भारी संख्या में शामिल हुए। बिजली कर्मचारी 7 जनवरी की रात 12 बजे से ही हड़ताल
पर हैं। बिजली विभाग के फील्ड के क्लास-4
कर्मचारियों से लेकर अतिरिक्त एसडीओ तथा
क्लौरिकल में चपड़ासी से लेकर अधीक्षक तक हड़ताल पर रहे। प्रशासन द्वारा विभाग के
ग्रिड सब स्टेशनों तथा शिकायत केन्द्रो पर विभाग के कार्यकारी अभियन्ताओं, सहायक
अभियन्ताओं तथा इल्कैट्रिकल विभाग के सहायक अभियन्ताओं तथा जूनियर इंजिनियरों को
डयूटी पर तैनात किया गया तथा कुछ ठेकेदारों के वर्करों की भी मदद ली गई परन्तु वे
हड़ताल के दौरान आए फाल्ट तथा शिकायतों का निवारण नहीं कर सके।
हड़ताल की प्रमुख
मांगें -2004 के बाद भर्ती कर्मचारियों पर लागू न्यू पैन्शन स्कीम रद्द कर पुरानी पैंशन
लागू करने, डेलीवेज, वर्कचार्ज
कान्ट्रेक्ट, आउटसोर्स हर प्रकार के कर्मचारियों को पक्का करने, माननीय उच्चतम
न्यायालय के फैसले अनुसार बराबर काम के आधार पर बराबर वेतन देने, बिजली अमैंडमैंट
बिल 2018 रद्द करने, स्थाई प्रकृति के कार्यो पर ठेकाकरण बन्द
करने व नियमित भर्ती शुरू करने, कम से कम वेतन 18000/- प्रति महीना
देने व सभी के लिए रू 6000/- प्रति माह पेंशन देने, श्रम कानून में
मजदूर विरोध्ी संशोधन रद्द करने, मृतक कर्मियों के आश्रितों को पंजाब पैट्रन
पर नौकरी देने भर्ती व प्रमोशन के नियमों में संशोधन करने, कान्ट्रेक्ट
कर्मियों को आउटसोर्स एजेंसियों की बजाय दिल्ली की तर्ज पर सीधे विभागों द्वारा
रखने, यूटी इम्पलाइज सैल्फ फाइनैंसिंग हाउसिंग स्कीम के सफल उम्मीदवारों को उस समय
की दरों पर ही मकान देने व ड्रा में असफल रहे कर्मियों के लिए भी स्कीम शुरू करने सहित आदि शामिल
है।
हड़ताल के दूसरे
दिन सैक्टर 17 में हड़ताली कर्मचारियों की रैली को संबोधित
करते हुए अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के सचिव तथा फैड़रेशन ऑफ यूटी
इम्पलाईज एण्ड वर्करर्ज चण्डीगढ़ के महासचिव गोपाल दत्त जोशी ने सभी कर्मचारियों को
केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर दो दिन की हड़ताल को सफल करने के लिए बधाई
दी तथा कहा कि सरकार करोड़ो कर्मचारियों की आवाज का ध्यान रख कर सभी किस्म के कच्चे
कर्मचारियों को पक्का करें तथा उन पर बराबर काम बराबर वेतन का सिंद्धात लागू करे
तथा पीएफ आरडीए एक्ट को खत्म कर 2004 के बाद भर्ती कर्मचारियों पर पुरानी पैंशन
लागू करे। उन्होनें आरोप लगाया कि केन्द्र तथा कई राज्य सरकारे कर्मचारियों की
मांगों का समाधान करने की बजाए दमन का रास्ता अपना रहें है। केन्द्र सरकार को इसका
खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार संसद में बिजली अमेंडमैंट
बिल 2018 पेश करने की कोशिश कर रही है जिसका पूरे देश के इंजिनियर तथा कर्मचारी डट कर
विरोध करेगें। उन्होने आगे कहा कि सरकार पूंजीपतियों के हक में श्रम कानून में
बदलाव करना बंद करें।
फैडरेशन ऑफ यूटी
इम्पलाईज एंड वर्कर्स चण्डीगढ़ के प्रधान रघवीर चन्द ने कहा कि जहां केन्द्र सरकार
कर्मचारियों के संयुक्त मुदद्ो पर चर्चा से भाग रही है वहीं चण्डीगढ़ प्रशासन भी
बार बार संघर्ष करने के बावजूद कर्मचारियों की मांगों की अनदेखी कर रहा है जिस
कारण विभागों में हजारों की संख्या में खाली पोस्टें भरने, 5 प्रतिशत सीलिंग
खत्म कर पंजाब के आधार पर नौकरी देने, कैशलैस मैडीकल स्कीम लागू करने, विभागों में
भर्ती के नियमों में संशोधन करने, 2010 के ड्रा में सफल रहे कर्मचारियों को मकान
देने, कान्ट्रैक्ट कर्मचारियों को आऊटसोर्स एजेसिंयों की बजाए विभाग द्वारा सीधी
भर्ती करने समेत अन्य मांगें लंबित पड़ी है।हड़ताली
कर्मचारियों की रैली को फैडरेशन के वरिष्ठ उप प्रधान राजेन्द्र
कटोच, विजय सिंह, भीमसेन,
ध्यान सिंह, रेखा शर्मा
संयुक्त सचिव अमरीक सिंह, हरकेश चन्द, नसीब सिंह, बिहारी लाल के
अलावा सतपाल, राजपाल (बिजली), हरपाल सिंह चैन
सिंह (पानी), विशराम,
राजेन्द्र (यूटीरोड), एम सुब्रहमण्यम, रामबख्श (एमसी
होल्टीकल्चर), वजिन्द्र कुमार (यूटीबागबानी), पी. कामराज
(एमसी रोड़), सुनीता शर्मा (बाल कल्याण परिषद्), सरवण सिंह (एम
मीटर सैक्शन), प्रेमपाल (बीडीओ) आदि कर्मचारी नेताओं ने
सम्बोंधित करते हुए सभी कर्मचारियों को दो दिन की सफल हड़ताल करने
के लिए बधाई दी।
हड़ताली
कर्मचारियों की रैली में विशेष प्रस्ताव पास कर अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी
महासंघ के आह्वान पर 2004 के बाद भर्ती कर्मचारियों पर नैशनल पैंन्शन
सिस्टम रद्द कर पुरानी पैंशन बहाल करने सभी प्रकार के कच्चे कर्मचारियों को पक्के
करने तथा स्थाई काम पर नियमित भर्ती करने आदि मांगों को लागू कराने के लिए 21 फरवरी 2019 को किये जा रहे
संसद के घेराव में यूटी के कर्मचारी भारी संख्या में हिस्सा लेगें।
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