By Tricitynews
Chandigarh 05th Feb, 2019:- कुरक्षेत्र निवासी एक युवक ने चंडीगढ़ प्रेस
क्लब में आज अपनी दुखभरी आपबीती सुनाते हुए कहा कि वो और उनका परिवार(उनकी माता जी
और उनका भाई) स्थानीय पुलिस प्रशासन से इतने दुखी हो चुके है कि उन्हें समझ नहीं आ
रहा है कि करे तो क्या करे और जाये तो जाये कहाँ। पुलिसद्वारा उन्हें एक झूठी
शिकायत के आधार पर बिना वजह ही परेशान किया जा रहा है। अपनी व्यथा को लेकर
वो राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से भी उन्हें इन्साफदिलाये जाने की मांग
कर चुके है, कि उन्हें मानसिक रूप से परेशान करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन जाये,
लेकिन उनकी तरफ से भी अभी तक कोई माकूल कार्यवाहीनहीं कि गयी है।
चंडीगढ़ प्रेस क्लब में प्रैसवार्ता करते हुए
कुरुक्षेत्र निवासी पवित्र सिंह ने बताया कि वो कुरुक्षेत्र में अपनी माता उर्मिल
सिंह और भाई शिव शक्ति के साथ रहते है। उनकेपिता गुरमेल सिंह( जो की हरियाणा पुलिस
में कार्यरत थे, और बतौर ए एस आई रिटायर हुए थे) का निधन हो चूका है।
पवित्र सिंह ने आगे बताया कि कुरुक्षेत्र
पुलिस ने सरिता पत्नी जयपाल सिंह और जयपाल सिंह पिता जीत सिंह निवासी विकास नगर
,कुरक्षेत्र की झूठी शिकायत पर उनपर और उनके भाई शिव शक्ति पर मुकदमा दर्ज किया,
और उन दोनों को पुलिस तंग-परेशान करने लगी। उन्होंने ने इस मामले में पुलिस
के आलाधिकारियों से उन्हें इस मामले झूठा फंसाये जाने की दुहाई दी, और मामले में
गहरायी से जांच किये जाने की अपील भी की। परन्तु स्थानीय पुलिस ने उनकी एक नहीं
सुनी।
पवित्र सिंह ने कहा की वो एक पढ़ा लिखा
नौजवान है और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपना कर्रिएर बनाना चाहता है।
पर सरिता और जयपाल ने एक साजिश केतहत उस पर झूठा मुकदमा दर्ज करवाया। क्योंकि उसके
पास उन लोगों की हमारे परिवार के साथ लड़ाई और हाथापाई करते हुए का वीडियो बनाया
हुआ था। जिस के बारेमें पता चलने पर सरिता और जयपाल ने उसे वीडियो को उन्हें
सौंपने के लिए खूब डराया धमकाया। लेकिन मेरे द्वारा उन्हें वीडियो न दिए जाने पर
उन्होंने पुलिस सेमिलीभगत कर उस पर और उसके भाई पर कई झूठे मुकदमा दर्ज़ करवा
दिए। इसके अलावा उन दोनों ने उनके पूरे परिवार को पूरी तरह से मानसिक रूप से
परेशान कररखा है।
पवित्र सिंह ने बताया कि अपने साथ हो रही ज्यादती
के बारे में उन्होंने कुरक्षेत्र में पुलिस के कई आला अधिकारीयों तक इन्साफ की
गुहार भी लगाई लेकिन किसी ने भीउनकी मदद नहीं की। अपनी सुनवाई न होने से आहत
होकर उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री को इस मामले में दखल देकर उनके पूरे परिवार को
इस सारे मामले से पीछा छुड़ाए जाने की मांग की थी।
पवित्र सिंह ने आगे कहा कि अब वो सब इतना
टूट चुके है की उन्हें कोई रास्ता सुझाई नहीं दे रहा कि कहाँ जाए औरकिस से रहम की
भीख मांगे। वो अब जल्द ही इसमामले को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री और मानवाधिकार
संस्था से इन्साफ के लिए मदद की गुहार लगाएंगे ।
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