By Tricitynews Reporter
Chandigarh 21st
April:- श्री चैतन्य
गौड़ीय मठ प्रतिष्ठान के प्रतिष्ठाता नित्यलीला प्रविष्ट ओम विष्णुपाद 108 त्रिदंडी
स्वामी श्रीमद् भक्ति दयित माधव गोस्वामी जी महाराज के प्रियतम शिष्य तथा ‘वर्ल्ड
वैष्णव एसोसिएशन’ के
अध्यक्ष व अखिल भारतीय श्री चैतन्य गौड़ीय मठ के वर्तमान प्रधानाचार्य ओम
विष्णुपाद 108 परम
पूज्यपाद त्रिदंडी स्वामी श्रीमद् भक्ति वल्लभ तीर्थ गोस्वामी जी महाराज ने
गुरुवार को भगवान श्री राधा-कृष्ण की नित्य लीला में प्रवेश किया। वह 93 वर्ष
के थे। कुछ समय से वह काफी अस्वस्थ चल रहे थे। वह देश विदेश से आये भक्तों द्वारा
किये जा रहे महासंकीर्तन मय वातावरण में स्वजनों को विरह सागर में निमज्जित करते
हुए परमब्रह्म भगवान श्री राधा कृष्ण जी की नित्यलीला में 20 अप्रैल
को रात 10:15 बजे
प्रवेश कर गये।
परमहंस
श्रीमद् भक्ति वल्लभ तीर्थ गोस्वामी महाराज जी के गोलोक धाम जाने की खबर सुनकर
विश्वभर के समस्त वैष्णव वृंद समाज को भारी सदमा पहुंचा है तथा सभी भक्त गहरे शोक
में डूब गए हैं। गुरु जी को 22 अप्रैल
को सुबह 11:30 बजे
भगवान श्री चैतन्य महाप्रभु जी के आविर्भाव स्थान श्री
चैतन्य गौड़ीय मठ,मायापुर, जिला
नदिया (वैस्ट बंगाल) में वैष्णव परंपरा के अनुसार स्माधि दी जाएगी। सम्पूर्ण
गौड़ीय वैष्णव जगत के विभिन्न मठाधीशों एवं देश -विदेशों से आये सहस्तरों संतों की
उपस्थिति में महाराज श्री का महाभिषेक एवं दोपहर 12:30 बजे
समाधि कार्यक्रम सम्पन्न होगा।
गुरु जी आजकल मठ के हैड आफिस 35-सतीश मुखर्जी रोड, कलकत्ता में वास कर रहे थे।
उच्च शिक्षा (फिलॉसोफी में मास्टर्स डिग्री) प्राप्त महाराज श्री ने निरंतर सात दशकों तक अनथक परिश्रम एवं बिना किसी जात पात ऊंच नीच के सम्पूर्ण विश्व में सनातन धर्म के सार स्वरूप हरिनाम संकीर्तन का प्रचार प्रसार करते हुये 34 देशों के लाखों जीवों के चरित्र को उज्जवल बनाकर उनके परम मंगल का मार्ग प्रशस्त किया।महाराज श्री का जन्म 19 अप्रैल 1924 को आसाम में हुआ था।
गुरु जी आजकल मठ के हैड आफिस 35-सतीश मुखर्जी रोड, कलकत्ता में वास कर रहे थे।
उच्च शिक्षा (फिलॉसोफी में मास्टर्स डिग्री) प्राप्त महाराज श्री ने निरंतर सात दशकों तक अनथक परिश्रम एवं बिना किसी जात पात ऊंच नीच के सम्पूर्ण विश्व में सनातन धर्म के सार स्वरूप हरिनाम संकीर्तन का प्रचार प्रसार करते हुये 34 देशों के लाखों जीवों के चरित्र को उज्जवल बनाकर उनके परम मंगल का मार्ग प्रशस्त किया।महाराज श्री का जन्म 19 अप्रैल 1924 को आसाम में हुआ था।
चण्डीगढ़ में भी शोक की लहर-कई गणमान्य हस्तियों ने शोक जताया:महाराज श्री के महाप्रयाण पर देश-विदेश के साथ साथ चंडीगढ़ में भी कई गणमान्य लोगों ने गहरा शोक जताया है। श्री चैतन्य गौड़ीय मठ चंडीगढ़ के प्रवक्ता जयप्रकाश गुप्ता के अनुसार के अखिल भारतीय महामंत्री आचार्य श्री विष्णु महाराज जी, चंडीगढ़ भाजपा के अध्यक्ष संजय टंडन, हरियाणा भाजपा के वरिष्ठ नेता व मंत्री ज्ञानचंद गुप्ता, पूर्व राज्यपाल ले.जनरल बीकेएन छिब्बड़, चंडीगढ़ की महापौर आशा जायसवाल चंडीगढ़ भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व पार्षद सतिंदर सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल, पूर्व महापौर सुभाष चावला, वरिष्ठ उपमहापौर राजेश कुमार बिट्टू, वरिष्ठ भाजपा नेता गिरधारी लाल जिंदल, भाजपा नेता सुश्री रूबी गुप्ता आदि ने अपने संदेश में उन्हें महान हस्ती बताते हुए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।
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