By Tricitynews Reporter
Chandigarh 18th
May:- जिस घड़ी का कई दिनों से इंतजार था, बुधवार को आखिर वह घड़ी आ ही गई। घड़ियों के प्रिंट की जैकेट और महरूम कलर की टी-शर्ट, पायजामा पहने ‘जट्टू इंजीनियर’ डा. संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी ने करीब 20 हजार आम व खास लोगों के बीच में फिल्म का प्रीमियर शो देखा। क्या आम और क्या खास, हर कोई फिल्म का दीवाना हो गया। फिल्म जट्टू इंजीनियर के प्रीमियर के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत बुधवार को पूज्य गुरुजी दिए गए समय ठीक एक बजे ही इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में प्रवेश कर गए। उनके स्वागत में स्टेडियम के बाहर व अंदर के क्षेत्र को सजाया गया था। स्टेडियम के मेन गेट पर ढोल की थाप पर नाचते हुए कलाकारों ने उनका स्वागत किया। अंदर प्रवेश करते ही उनके फिल्म वाले गैटअप में कुछ युवा खड़े थे। गुरुजी की गाड़ी के प्रवेश होते ही वे भी उठे। उन्हें देखकर अपनी कार में बैठे-बैठे ही गुरुजी मुस्कुराए और उन्हें आशीर्वाद दिया। इंडोर स्टेडियम के भीतर उनका बेसब्री से इंतजार कर रहे लोगों को जैसे ही उनके अंदर दीदार हुए तो पूरा स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट व उनके समर्थन में हूटिंग से गूंज उठा। अपने चिर-परिचित अंदाज में गुरुजी ने चारों और बैठी जनता को हाथ उठाकर आशीर्वाद दिया और हाथ हिलाकर अभिवादन स्वीकार किया। बाप-बेटी की जोड़ी के नाम से फेमस हो चुके पूज्य गुरुजी के साथ में बेटी भी बैठी। कबड्डी के मैदान में उतरे गुरुजी को देखकर तो साध-संगत खुशी से उछल पड़ी। ट्रेलर देखते हुए प्रशंसकों ने गीतों पर खूब डांस किया।स्टेडियम की सीढ़ियों पर व नीचे मैदान में बैठे प्रशंसकों ने खड़े होकर डांस करते हुए खूब मनोरंजन किया।
खचाखच भरे इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में गूंजे जट्टू इंजीनियर के गीत, डायलॉग , -फिल्म में मनोरंजन के साथ दिया गया है समाज सुधार का संदेश, इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में एक साथ 19713 लोगों द्वारा गाय का दूध पीना भी एक रिकॉर्ड बन गया। इस समारोह में मौजूद एशिया बुक आफ रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों ने खुद इस रिकॉर्ड को बनते देखा। दूध से बने इस रिकॉर्ड्स पर एशिया बुक आफ रिकॉर्ड की तरफ से यहां आए प्रतिनिधि ने इस रिकॉर्ड की सराहना करते हुए पूज्य गुरुजी को प्रमाण पत्र भी सौंपा। प्रमाण पत्र लेने के बाद पूज्य गुरुजी ने कहा कि उन्हें खुशी होगी जो उनके इस रिकॉर्ड को तोड़ेगा।
इस फिल्म में भी दिए हैं कई सामाजिक संदेश:- अपनी पहले की फिल्मों की तरह ही डा. एमएसजी ने इस फिल्म यानी जट्टू इंजीनियर के माध्यम से भी कई सामाजिक संदेश देने का प्रयास किया है। एक गीत के बोल हैं-‘जोश में थोड़े होश में चलते हैं देश के लिए-पूरी शान से छाती तान के-हम अड़ेंगें देश के लिए।’ इस गीत के माध्यम से युवाआं को हर क्षेत्र में कार्य करते हुए देश के प्रति अच्छी भावना रखने का संदेश दिया गया है। इसके साथ ही खेलों में भी युवाआं को मजबूत बनने को प्रेरित किया गया है।
यहां सिर्फ फिल्म का ही प्रचार करते हुए प्रीमियर शो नहीं किया, बल्कि गुरुजी ने यहां कई और भी संदेश देकर लोगों को अच्छाई की तरफ चलने को प्रेरित किया। गुरुजी ने कहा कि समाज में अक्सर वाइन, कोकटेल की पार्टियां होती हैं। अब अलग तरह की पार्टी वे शुरु कर रहे हैं। यह पार्टी हर पार्टी से हटकर अलग होगी। उन्होंने ऐलान किया कि आज काऊ मिल्क पार्टी है। यानी प्रीमियर शो में मौजूद सभी को गाय का दूध पिलाया जाएगा। गाय के प्रति सम्मान और आदर की इस भावना पर पूरा स्टेडियम एक बार फिर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। वहां बताया गया कि करीब 20 हजार लोग स्टेडियम के भीतर बैठे हैं। आज इतने बड़े स्तर पर काऊ मिल्क की पार्टी होगी। उनके अनांउस करने से पूर्व ही सभी के हाथों में गिलास दे दिए गए थे। बिना कोई देरी किए गुरूजी ने ऐलान किया कि सभी को गाय का दूध पिलाया जाए। गुरुजी और परिवार के सदस्यों ने गाय के दूध से भरे गिलास लेकर एक-दूसरे को चेयर्स किया और फिर प्रशंसकों के साथ दूध का आनंद लिया। चंद ही समय में इतनी बड़ी संख्या में आए लोगों को गाय का दूध पिला दिया गया। यह भी एक भव्य दृश्य था। मंच पर बैठे वीआपी लोग भी इस प्रयास की सराहनाकरते नहीं थके। इस तरह से गुरुजी ने काऊ के मिल्क की पार्टी का एक नया कॉन्सेप्ट भी समाज व देश के सामने रखा।
...और गाय के दूध से भी बन गया एक रिकॉर्ड:-इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में एक साथ 19713 लोगों द्वारा गाय का दूध पीना भी एक रिकॉर्ड बन गया। इस समारोह में मौजूद एशिया बुक आफ रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों ने खुद इस रिकॉर्ड को बनते देखा। दूध से बने इस रिकॉर्ड्स पर एशिया बुक आफ रिकॉर्ड की तरफ से यहां आए प्रतिनिधि ने इस रिकॉर्ड की सराहना करते हुए पूज्य गुरुजी को प्रमाण पत्र भी सौंपा। प्रमाण पत्र लेने के बाद पूज्य गुरुजी ने कहा कि उन्हें खुशी होगी जो उनके इस रिकॉर्ड को तोड़ेगा।
फिल्म जट्टू इंजीनियर के प्रीमियर शो में मीडिया से बात करते हुए गुरूजी संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी ने केंद्रीय मंत्री समेत भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों, नेताओं की मौजूदगी में पूज्य गुरुजी ने कहा कि गाय को माता का दर्जा मिलना ही चाहिए। उन्होंने कहा गाय का खून नहीं दूध पिया जाना चाहिए।गऊ माता को राष्ट्रीय पशु का दर्जा दिलाने जाने की बात का समर्थन करते हुए डा. एमएसजी ने कहा कि गौ संरक्षण को लेकर वे सन 1994 से काम कर रहे हैं। राजस्थान में सूखा पड़ने पर डेरा सच्चा सौदा की ओर से करीब 30 हजार क्विंटल चारा भेजा गया था। उन्होंने कहा कि गाय हर किसी का भला करती है। गाय के मुद्दे पर किसी भी तरह से राजनीति नहीं होनी चाहिए। इसका खून नहीं बल्कि दूध पिया जाना चाहिए। उन्होंने इस बात का एक बार फिर से समर्थनकिया कि गाय को राष्ट्रीय पशु का दर्जा दिया जाए। गाय के प्रति प्रेम के सवाल पर डा. एमएसजी ने कहा कि यह उनके बचपन के संस्कार हैं। उनके घर में गऊओं को पाला जाता था। उन्होंने अपने बचपन का एक संस्मरण सुनाते हुए कहा कि एक बार उनके पूज्य पिता बूढ़ी गाय को गीता का पाठ सुनाने की तैयारी कर रहे थे। पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सारी उम्र जिस गाय ने हमारी सेवा की है, आज उसकी सेवा की जानी चाहिए। गीता का पाठ सुनाकर इस गाय को स्वर्ग में स्थान मिलेगा। इसलिए गऊ के दूध, घी और गीता का पवित्र स्थान माना गया है।
डा. एमएसजी ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हंसाना भी एक पुण्य का काम है। इसलिए फिल्म में कॉमेडी है। साथ ही उन्हांने कहा कि शुद्ध और बिना डबल मीनिंग के कॉमेडी फिल्म बनाने के लिए उन्हें चुनौती मिली थी। इसे उन्होंने स्वीकार किया और यह फिल्म मात्र 15 दिन में बनकर तैयार हो गई। इस फिल्म से मिलने वाले मेहनताने को खर्च करने के सवाल पर गुरुजी ने कहा कि इसे वे सिरसा में अस्पताल में लगाया जाएगा। वहां पर बोन बैंक और डीएनए रिसर्च पर खर्च किया जाएगा।