Wednesday, 9 January 2019

Bollywood Singer and Performer Akira Unveils Her New Dancing Punjabi Beat Track “Dhamak”




By Tricitynews
Chandigarh 09th Jan,2019:- After a huge success of her Song Saqiya with Mika Sing Bollywood Singer and Performer Akira is now presenting her Punjabi song “Dhamak”.  Dhamak  is a Punjabi beat song written by Jaggi Jagowal, Composed by Mr. WOW and Directed by Amrinder Goraya.
Akira has already been doing great work in the bollywood industry. She has given her voice in “Mallamal” song  in HouseFull 3 and “Ishq Karle” in Santa Banta Pvt. Ltd movie.
She has done many successful shows in India and Abroad and is known for her versatile voice. Mika Singh is himself promoting and supporting  her in her endeavours.
                                                                
While interacting with media after announcing of her new song, Akira said that her new single soon going to release on You-Tube. She said that the love and wonderful response she got from the music lover for her previous song, she hope that the same she would get for the new song too.
Akira said that she has started her singing career in a very small age and also became 1st Runner up in Niiki Awaaz Punjab di singing reality show run by MH1. Also she has been in top  finalists of many reality shows on National TV. Her Song Saqiya has received immense love and  appreciation from the viewers as well as the Music Industry.
Akira said that she has sung a lot of songs in Punjabi and Bollywood movies. She has lent her voice for the song ‘Ishq Karle Anytime’ with singers Mika Singh and Sonu Nigam in the film ‘Santa Banta Pvt. Ltd’, which was released on 22 April 2016.


यूटी चण्डीगढ़ व एम सी के कर्मचारियों ने दो दिवसीय हड़ताल के दूसरे दिन भी मुक्मल हड़ताल कर किया विशाल रैली का आयोजन


By Tricitynews
Chandigarh 09th Jan,2019:- भारतीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी फैड़रेशन, भारतीय बिजली कर्मचारी फैडरेशन के फैसले के तहत फैड़रेशन ऑफ यूटी इम्पलाईज एण्ड वर्करज चण्डीगढ़ के आहवान पर दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के दूसरे दिन भी यूटी एमसी कर्मचारियों द्वारा मुक्कमल हड़ताल की गई। हड़ताल में विशेष तौर पर बिजली, पानी, बागवानी, सड़क, बाल कल्याणपरिषद, सिटको, वीडीओ, एमसी मनीमाजरा, कैपीटल प्रोजैक्ट, सफाई कर्मचारी आदि 18 यूनियनों से सम्बन्धित हजारों कर्मचारी शामिल हुए। कर्मचारी सुबह अपने अपने विभागों के सामने इक्कठे होकर मार्च करते हुए फैड़रेशन के आह्वान पर परेड़ ग्राऊंड सैक्टर 17 के सामने की जा रही हड़ताली कर्मचारियों की रैली में भारी संख्या में शामिल हुए। बिजली कर्मचारी 7 जनवरी की रात 12 बजे से ही हड़ताल पर हैं। बिजली विभाग के फील्ड के क्लास-4 कर्मचारियों से लेकर अतिरिक्त एसडीओ तथा क्लौरिकल में चपड़ासी से लेकर अधीक्षक तक हड़ताल पर रहे। प्रशासन द्वारा विभाग के ग्रिड सब स्टेशनों तथा शिकायत केन्द्रो पर विभाग के कार्यकारी अभियन्ताओं, सहायक अभियन्ताओं तथा इल्कैट्रिकल विभाग के सहायक अभियन्ताओं तथा जूनियर इंजिनियरों को डयूटी पर तैनात किया गया तथा कुछ ठेकेदारों के वर्करों की भी मदद ली गई परन्तु वे हड़ताल के दौरान आए फाल्ट तथा शिकायतों का निवारण नहीं कर सके।     
हड़ताल की प्रमुख मांगें -2004 के बाद भर्ती कर्मचारियों पर लागू न्यू पैन्शन स्कीम रद्द कर पुरानी पैंशन लागू करने, डेलीवेज, वर्कचार्ज कान्ट्रेक्ट, आउटसोर्स हर प्रकार के कर्मचारियों  को पक्का करने, माननीय उच्चतम न्यायालय के फैसले अनुसार बराबर काम के आधार पर बराबर वेतन देने, बिजली अमैंडमैंट बिल 2018 रद्द करने, स्थाई प्रकृति के कार्यो पर ठेकाकरण बन्द करने व नियमित भर्ती शुरू करने, कम से कम वेतन 18000/- प्रति महीना देने व सभी के लिए रू 6000/- प्रति माह पेंशन देने, श्रम कानून में मजदूर विरोध्ी संशोधन रद्द करने, मृतक कर्मियों के आश्रितों को पंजाब पैट्रन पर नौकरी देने भर्ती व प्रमोशन  के नियमों में संशोधन करने, कान्ट्रेक्ट कर्मियों को आउटसोर्स एजेंसियों की बजाय दिल्ली की तर्ज पर सीधे विभागों द्वारा रखने, यूटी इम्पलाइज सैल्फ फाइनैंसिंग हाउसिंग स्कीम के सफल उम्मीदवारों को उस समय की दरों पर ही मकान देने व ड्रा में असफल रहे कर्मियों के लिए भी स्कीम शुरू करने  सहित आदि शामिल है।
हड़ताल के दूसरे दिन सैक्टर 17 में हड़ताली कर्मचारियों की रैली को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के सचिव तथा फैड़रेशन ऑफ यूटी इम्पलाईज एण्ड वर्करर्ज चण्डीगढ़ के महासचिव गोपाल दत्त जोशी ने सभी कर्मचारियों को केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर दो दिन की हड़ताल को सफल करने के लिए बधाई दी तथा कहा कि सरकार करोड़ो कर्मचारियों की आवाज का ध्यान रख कर सभी किस्म के कच्चे कर्मचारियों को पक्का करें तथा उन पर बराबर काम बराबर वेतन का सिंद्धात लागू करे तथा पीएफ आरडीए एक्ट को खत्म कर 2004 के बाद भर्ती कर्मचारियों पर पुरानी पैंशन लागू करे। उन्होनें आरोप लगाया कि केन्द्र तथा कई राज्य सरकारे कर्मचारियों की मांगों का समाधान करने की बजाए दमन का रास्ता अपना रहें है। केन्द्र सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार संसद में बिजली अमेंडमैंट बिल 2018 पेश करने की कोशिश कर रही है जिसका पूरे देश के इंजिनियर तथा कर्मचारी डट कर विरोध करेगें। उन्होने आगे कहा कि सरकार पूंजीपतियों के हक में श्रम कानून में बदलाव करना बंद करें। 
फैडरेशन ऑफ यूटी इम्पलाईज एंड वर्कर्स चण्डीगढ़ के प्रधान रघवीर चन्द ने कहा कि जहां केन्द्र सरकार कर्मचारियों के संयुक्त मुदद्ो पर चर्चा से भाग रही है वहीं चण्डीगढ़ प्रशासन भी बार बार संघर्ष करने के बावजूद कर्मचारियों की मांगों की अनदेखी कर रहा है जिस कारण विभागों में हजारों की संख्या में खाली पोस्टें भरने, 5 प्रतिशत सीलिंग खत्म कर पंजाब के आधार पर नौकरी देने, कैशलैस मैडीकल स्कीम लागू करने, विभागों में भर्ती के नियमों में संशोधन करने, 2010 के ड्रा में सफल रहे कर्मचारियों को मकान देने, कान्ट्रैक्ट कर्मचारियों को आऊटसोर्स एजेसिंयों की बजाए विभाग द्वारा सीधी भर्ती करने समेत अन्य मांगें लंबित पड़ी है।हड़ताली कर्मचारियों की रैली  को फैडरेशन के वरिष्ठ उप प्रधान राजेन्द्र कटोच, विजय सिंह, भीमसेन, ध्यान सिंह, रेखा शर्मा संयुक्त सचिव अमरीक सिंह, हरकेश चन्द, नसीब सिंह, बिहारी लाल के अलावा सतपाल, राजपाल (बिजली), हरपाल सिंह चैन सिंह (पानी), विशराम, राजेन्द्र (यूटीरोड), एम सुब्रहमण्यम, रामबख्श (एमसी होल्टीकल्चर), वजिन्द्र कुमार (यूटीबागबानी), पी. कामराज (एमसी रोड़), सुनीता शर्मा (बाल कल्याण परिषद्), सरवण सिंह (एम मीटर सैक्शन), प्रेमपाल (बीडीओ) आदि कर्मचारी नेताओं ने सम्बोंधित करते हुए  सभी कर्मचारियों को दो दिन की सफल हड़ताल करने के लिए बधाई दी। 
हड़ताली कर्मचारियों की रैली में विशेष प्रस्ताव पास कर अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर 2004 के बाद भर्ती कर्मचारियों पर नैशनल पैंन्शन सिस्टम रद्द कर पुरानी पैंशन बहाल करने सभी प्रकार के कच्चे कर्मचारियों को पक्के करने तथा स्थाई काम पर नियमित भर्ती करने आदि मांगों को लागू कराने के लिए 21 फरवरी 2019 को किये जा रहे संसद के घेराव में यूटी के कर्मचारी भारी संख्या में हिस्सा लेगें।