Photo By Parveen Kumar
By Tricitynews Reporter
Chandigarh
25th July:- पंजाब राज्य में टेलरिंग पर 18 फीसदी जी एस टी लगाए जाने के विरोध में पंजाब टेलरिंग एसोसिएशन के एक प्रतिनिधि मंडल ने प्रधान जगत राम के नेतृत्व में राज्य के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल को ज्ञापन सौंपा।
बाद में चंडीगढ़ प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत करते हुए एसोसिएशन के प्रधान जगत राम ने बताया कि टेलरिंग यानि सिलाई एक आम जन की जरूरत है। हम कपड़े की सिलाई कर पहनने जैसा बनाते हैं। सरकार ने सोने जैसे पेशे पर तो मात्र
5 फीसदी जी एस टी लगा दिया जो कि पूर्णतः ट्रेडिंग मैं आता है। वही उनका पेशा जो कि एक साधारण सा व मूलभूत सेवा का पेशा है। जिसमे हम कारीगर लोग कपड़े को एक रूप देकर कपड़े सिलते है उस पर
18 फीसदी जी एस टी थोप दिया गया है। जो कि मंजूरशुदा नही है ।
एसोसिएशन के चेयरमैन और जनरल सक्रेटरी ने भी सरकार की कारीगर विरोधी नीतियों का विरोध करते हुए कहा कि यदि सरकार का यही रवैया रहा तो वह दिन दूर नहीं जब पंजाब ही नहीं बल्कि देश में कारीगरी समाप्त हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि एक तरफ तो देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश में स्किल यानी कारीगरी को बढ़ाने के कई योजनाएँ बना रहे हैं। वहीं दूसरी ओर बसे बसाए कारिगरों को जीएसटी के तले दबा कर रौंदने की कोशिश में लगी है।
उन्होंने माँग की है कि पंजाब प्रदेश में टेलरिंग पर जो 18 जीएसटी लगी है उसे समाप्त कर वाजिब टैक्स लगाया जाए ।