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Tricitynews
Chandigarh
02nd November:- क्रिस्चियन दलित फ्रंट के महासचिव अनवर मसीह,पास्टर सुनील, उर्मिल, प्रोफेट बजिंदर सिंह
के भाई पंकज, पत्नी अनिका और
कुछ संस्थाओं ने चंडीगढ़ प्रैस क्लब में जालंधर के प्रोफेट बजिंदर सिंह पर लगे
आरोपों को झूठा और निराधार बताते हुए
प्रोफेट बजिंदर सिंह को पूरी तरह से निर्दोष और बेकसूर बताया।
चंडीगढ़ में प्रोफेट बजिंदर सिंह के समर्थन में पत्रकारवार्ता
करने पहुंचे अनवर मसीह और पंकज ने बताया कि जिस महिला अमनप्रीत ने प्रोफेट बजिंदर सिंह पर बलात्कार का आरोप लगाया है वह सरासर झूठ है।
दो बच्चों की माँ अमनप्रीत पहले भी जम्मू और चंडीगढ़ किसी निवासी के खिलाफ रेप का
मामले दर्ज करा चुकी है। इसका उनके पास सबूत मौजूद है लेकिन बाद में अमनप्रीत कौर
ने इनसे समझौता कर लिया था । अमनप्रीत ने जिस मकान में बलात्कार करने का आरोप
लगाया था, उसकी मकान मालिक
ने भी प्रैस वार्ता में शामिल होकर बताया कि वह मकान किसी और को पहले ही किराए पर
दिया जा चुका था। जिस समय की वो महिला घटना बता रही है उस वक़्त तो मकान किसी और को
किराये पर दिया जा चूका था। पादरी बजिंदर
की पत्नी अनिका ने भी प्रैस वार्ता में अपने पति की बेगुनाही की दुहाई दी और कहा
कि अमनप्रीत ने एक साल बाद ही क्यों आरोप लगाए, जबकि आज भी उनके
पति पादरी बजिंदर पर लोग श्रदा रखते हैं।
उन्होने कहा कि न्यायपालिका पर हमें पूरा भरोसा है।
ऑल इंडिया क्रिस्चियन कमेटी के प्रधान अनवर मसीह ने पादरी
बजिंदर के मामले में कहा कि हालांकि उन्हें हाई कोर्ट से जमानत मिल गई है, पर उन पर लगने
वाले आरोप पूर्णतया गलत हैं,
क्योंकि जिस लड़की अमनप्रीत ने उन पर आरोप लगाए हैं । वह लड़की पहले ही दो
अलग-अलग मामलों में यही आरोप दो अन्य लोगों पर भी लगा चुकी है। इसके साथ ही
अमनप्रीत के अनुसार जिस मकान में 07 नवंबर 2017 को उसने अपने साथ बलात्कार होने का आरोप लगाया है वह मकान 01 नवंबर को ही किसी और को किराए पर दिया जा चुका था। यह
सरासर पास्टर को बदनाम करने की साजिश है हम सरकार से अपील करते हैं कि धार्मिक
प्रचारक या किसी अन्य पर भी बलात्कार का मामला दर्ज करने से पहले अच्छी तरह जांच
पड़ताल करने के बाद ही मामला दर्ज करना चाहिए जिस से उनकी समाज में बदनामी ना हो।