By Tricitynews Reporter
Chandigarh 18th January:- हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी तथा चंडीगढ़ टैरिटोरियल कांग्रेस कमेटी ने आज संयुक्त रूप से मोदी सरकार द्वारा नोटबंदी का फैसला तानाशाही और गलत ढंग से लागू करने के विरोध में चंडीगढ़ के सैक्टर 17 में आरबीआई के सामने धरना दिया और बाद में सफलतापूर्वक घेराव किया। आज के इस धरने में हरियाणा और चंडीगढ़ से कांग्रेस पार्टी के हजारों कार्यकर्ता शामिल हुए। कांग्रेस हाईकमान द्वारा इस प्रदर्शन के लिए नियुक्त किए गए पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं राज्यसभा सांसद डॉ. राजीव शुक्ला व आनन्द भास्कर रोपालू (पर्यवेक्षक) ने प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व किया।
जब कांग्रेस कार्यकर्ता डॉ. अशोक तंवर तथा प्रदीप छाबड़ा के नेतृत्व में आरबीआई का घेराव करने के लिए आगे बढ़े तो चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें रोक लिया और उन पर पानी की बौछार की जिसके परिणामस्वरूप कई कार्यकत्र्ताओं को चोटें आई। इस मौके पर राजीव शुक्ला ने केंद्र की मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि लोकसभा चुनावों के दौरान लोगों को कालाधन वापस लाने और सभी देशवासियों के खातों में 15-15 लाख रुपए जमा करवाने का वादा भाजपा व खुद नरेंद्र मोदी ने किया था।
राजीव शुक्ला ने कहा कि आज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह कहते हैं कि पंद्रह-पंद्रह लाख ऐसे किसी के खाते में कैसे जमा करवाए जा सकते हैं, यह तो केवल चुनावी जुमला था। राजीव शुक्ला ने कहा कि भाजपा के सभी चुनावी वादे झूठ का पुङ्क्षलदा और जुमले ही साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नोटबंदी के विरोध में नहीं है लेकिन जिस तरह से बड़े उद्योगपतियों एवं पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए मोदी सरकार ने यह कदम उठाया है, वह गलत है। देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से गड़बड़ा चुकी है।
राजीव शुक्ला ने कहा कि देशभर में बेरोजगारी की समस्या बढ़ गई है। लोगों के उद्योग-धंधे ठप हो चुके हैं। देशभर में कई ऐसे उद्योगपति हैं, जिन्होंने या तो अपने उद्योगों को बंद कर दिया है या फिर बंद करने की तैयारी में हैं।राजीव शुक्ला ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि छोटे दुकानदार भी इससे बुरी तरह प्रभावित हुए है। उन महिलाओं की मेहनत व बरसों से बचत करके इक किए गए पैसे को भी सरकार ने कालाधन घोषित कर दिया है। देशभर की महिलाओं में इससे कड़ी नाराज़गी है। उन्होंने कहा कि डॉ. अशोक तंवर ने जनता की आवाज और जनाक्रोश को सही दिशा देने का काम किया है।
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि नोटबंदी के निर्णय से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिजर्व बैंक की संवैधनिक ताकत को समाप्त करने का काम किया है। देश के निरंकुश प्रधानमंत्री ने अपने घमंड में लिए इस अनुचित फैसले से आरबीआई को अपने हाथों की कठपुतली बनाकर रातों-रात देश के लोगों की गाढ़ी कमाई को कागज के टुकड़ों में बदल कर आर्थिक अराजकता का माहौल पैदा कर दिया है।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि आरबीआई जैसी संवैधानिक संस्था जिस तरह से प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के इशारे पर काम कर रही है, वह देशहित में नहीं है। अकेले आरबीआई ही नहीं, अधिकांश संवैधानिक संस्थाओं को खत्म करने की साजिश मोदी सरकार द्वारा रची गई है। सीबीआई को भी सरकार ने अपनी कठपुतली बनाया हुआ है। नोटबंदी के मामले में लोकसभा की पब्लिक अकाउंङ्क्षटग कमेटी के सामने खुद आरबीआई गर्वनर ने पेश होकर स्पष्ट तौर पर कहा है कि यह फैसला केंद्र सरकार के आग्रह पर लिया गया है।
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने सिर्फ पांच प्रतिशत कारपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए देश की 95 प्रतिशत जनता को घोर संकट में डाल दिया है। उन्होंने कहा कि यह नोटबंदी एक सोची-समझी साजिश है जिसने देश के पांच करोड़ लोगों का रोजगार छीन लिया है परंतु सरकार की ओर से कोई ऐसी कार्यवाही नहीं की गई जिससे बेरोजगार हुए लोगों को किसी किस्म की राहत मिल सके।
हरियाणा प्रदेश कांग्रेसाध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी के चलते 120 से अधिक निर्दोष लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है और मोदी सरकार ने आज तक इन पीडि़त परिवारों के साथ न तो कोई सहानुभूति व्यक्त की है और न ही इनको कोई आर्थिक राहत देने के लिए कोई कदम ही उठाया है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सिर्फ जुमलेबाजी करते हैं परंतु उन्हें पता होना चाहिए कि जुमलों से देश नहीं चलता। उन्होंने कहा कि पिछले अढ़ाई वर्षों में मोदी सरकार ने संविधान के अनुसार स्थापित अनेक संस्थाओं को या तो समाप्त कर दिया है या उन्हें पंगु बना दिया है।
हरियाणा की पर्यवेक्षक एवं राज्य सभा सदस्य विपल्व ठाकुर, पवन बंसल, पूर्व केंद्रीय मंत्री, प्रदीप छाबड़ा, आनंद सिंह डांगी, विधायक, श्रीमती गीता भुक्कल, उदयभान व ललित नागर, विधायक, कैप्टन अजय सिंह यादव व बिजेन्द्र सिंह कादियान, पूर्व मंत्री, नरेश यादव, लहरी सिंह, आनंद कौशिक, पूर्व विधायक, हरमोहिन्द्र सिंह लक्की आदि ने भी धरने को सम्बोधित किया और मोदी सरकार की जन-विरोधी नीतियों, विशेषकर नोटबंदी गलत ढंग से लागू करने की घोर निन्दा की।
इस अवसर पर हरियाणा तथा चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटियों द्वारा नोटबंदी के इस असंवैधानिक निर्णय के विरोध में आरबीआई के अधिकारियों को एक ज्ञापन भी दिया गया।