Thursday, 10 May 2018

Bank of India Offers Preferential Pricing to Consumers with Good CIBIL Score


By Tricitynews
Chandigarh 10th May:- Bank of India (BOI) is offering preferential pricing to consumers with a good CIBIL Score on a home loan of INR 30 lakhs or more.
This initiative will see the bank offer a home loan at marginal cost of funds based lending rate (MCLR) for consumers with a CIBIL Score of 760 and above. MCLR is the minimum interest rate of a bank below which it cannot lend.
A consumer’s CIBIL Score is a 3-digit numeric summary of the credit information report (CIR)  summarizing the past credit behaviour and repayment history  and ranges from 300 to 900. The higher the Score, the better are the chances of loan approval. Most banks check a consumer’s CIBIL Score and Report before approving a loan.
Bank of India shared that we are committed to providing superior, pro-active and innovative offerings to our customers, helping them access credit whenever required. Consumers with a good credit discipline should be rewarded, as it helps propagate the importance and need to maintain a good financial history. Our preferential pricing model aims to reward high-scoring home-loan aspirants with competitive ROI, thereby helping them making their dream home a reality.


Welcome to Kikar Lodge: Head to Kikar Lodge This Summer to Beat the Heat


By Tricitynews
Chandigarh 10th May:- Located in the Ropar District of Punjab, Kikar Lodge is India’s first private forest reserve. Boasting of 22 cottages and 8 rooms, this property guarantees visitors an opportunity to re-connect with Mother Nature, while being surrounded with comfort and luxury.
Amarinder Singh Chopra, CEO, The Kikar Lodge Nature Retreat & Spa stated that for those looking to escape the polluted environment of cities and spend a few days away from the constant buzz of mobile phones, Kikar Lodge serves as a perfect weekend retreat. Due to its location within a private forest reserve, the resort houses more than 100 species of birds and is also home to animals like leopards, barking deer, sambar and wild boar. Thus, the resort offers a memorable stay coupled with the thrill and excitement of staying close to animals and birds in their natural habitat.
The resort also has four swimming pools, where guests can unwind and beat the heat of the afternoon sun. The Restaurant and Bar offer a wide range of impeccable cuisines that are sure to set your taste buds tingling.
To ensure that the stay of each and every guest has a memorable and hassle-free, the cottages and rooms are equipped with facilities like LCD TVs, writing desk, built in cupboards, mini-refrigerators, 24 hour power back-up, tea & coffee makers, and attached bathroom with all modern amenities.
Visitors can choose from Family Suites, Pool View Cottages, Forest View Cottages and Garden View Rooms.
While serving as an ideal weekend getaway for families, couples and friends, Kikar Lodge is also thronged by companies who wish to conduct meetings in a more informal, nature friendly environment. The Conference Hall at the Kikar Lodge has a capacity of nearly 60 people, and is also equipped with projector facilities to ensure smooth conduct of meetings.

इन्वेस्टमेंट के लिए भारत सबसे एक्साइटिंग जगह: अगम बेरी


By Tricitynews
Chandigarh 10th May:- अमेरिकी -कॉमर्स  मार्किट एक बेहद सक्सेसफुल  मार्किट है. इन्होने इस साल -कॉमर्स में 500 बिलियन डॉलर की सेल्स की है, जिसे अब तक केवल चीन ही पछाड़ पाया है, जिसने इस साल 600 बिलियन डॉलर की सेल की. इसलिए, बहुत सी अमेरिकी कॉर्पोरेशन, दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ने वाले मार्केट, इंडियन ग्लोबल ऑनलाइन शॉपिंग बाजार में इन्वेस्ट कर अपनी पकड़ मजबूत करने की सोच रही हैं. दो बड़ी अमेरिकी कपनियां, अमेज़ॅन और वॉलमार्ट, भारत की लुक्रेटिवे -कॉमर्स मार्केट का ज़्यादा बड़ा हिस्सा पाने के लिए आपस में लड़ रही है।
2017 में एमेज़ॉनअमेरिका की नंबर वन -कॉमर्स साइट थी. इन्होंने केवल यूएस में ही 43% ऑनलाइन सेल की जो लगभग 197 बिलियन यूएस डॉलर के बराबर थी। ईबे और एप्पल के बाद सेल्स में वालमार्ट चौथे नंबर पर आई है, टोटल 3.6 % के साथ. लेकिन जब ब्रिक-एंड-मोटर की बात आती है तो वालमार्ट आज भी किंग है. 2017 में जहां एमेज़ॉन ने 200 बिलियन डॉलर का बिज़नेस किया वहीं वॉलमार्ट ने 481 बिलियन डॉलर का बिज़नेस वर्ल्डवाइड किया (जिसमें 307 डॉलर केवल अमेरिका में कमाएं) दुनिया के सबसे बड़े रिटेलर होने के चलते, वॉलमार्ट पहले से ही भारत की रिटेल मार्किट में अपनी जगह बना चुकी है। 2016  में वॉलमार्ट के सेल में 34% की बढ़ोतरी हुई और ये इंडिया को हज़ारो की संख्या में जॉब अपॉर्चुनिटी देकर, लोगों के फेवरेट बन रहे हैं।
लेकिन, अब वॉलमार्ट भारत की कंपनी फ्लिपकार्ट में इन्वेस्ट कर -कॉमर्स मार्किट में एमेज़ॉन की पकड़ कमज़ोर करना चाहती है। एमेज़ॉन कई सालों से फ्लिपकार्ट को भारत की टॉप ऑनलाइन रिटेलर की पोज़िशन से हटाने की कोशिश कर रहा है।
2017 मे एमेज़ॉन ने एमेज़ॉन इंडिया सेलर सर्विसेज़ में 2.7 बिलियन डॉलर इन्वेस्ट किए हैं, और अब उनकी ऑथोराइज़्ड कैपिटल दुगनी हो कर 4.74 बिलियन डॉलर हो गई है। 2017 में एमेज़ॉन की सेल्स 85% बढ़ी है और अब वह फ्लिपकार्ट के काफी नज़दीक पहुंच गई है। लेकिन, वालमार्ट फ्लिपकार्ट में बड़ी इन्वेस्टमेंट करना चाहता है और दोनों के बीच में इस बारे में बात चल रही है। वालमार्ट इस इन्वेस्टमेंट से फ्लिपकार्ट और एमेज़ॉन के बीच में बड़ा गैप बनाना चाहता है।   
वॉलमार्ट अभी फ्लिपकार्ट के साथ एक डील पर काम कर रही है जिससे फ्लिकार्ट की वैल्यूएशन 20 बिलियन डॉलर  हो जाएगी। आज के समय इसकी वैल्यू 12 बिलियन डॉलर है। फ़िलहाल वालमार्ट फ्लिपकार्ट में 20% हिस्सेदारी चाहते हैं। क्योंकि वॉलमार्ट फ्लिपकार्ट को सपोर्ट कर रहा है, इसलिए एमेज़ॉन इंडिया को दूसरे स्थान पर रहने की आदत डालनी होगी।
इंडिया की तेज़ी से बढ़ने वाली -कॉमर्स मार्किट में इन्वेस्टिंग की क्षमता को समझने वाली अकेले अमेरिकी कंपनियां ही नहीं बल्कि एक बड़ी चाइनीज़ टेक कॉर्पोरेशन ने  भी अभी इंडिया के -कॉमर्स ग्रोसरी, बिग बास्केट, में 200 मिलियन डॉलर इन्वेस्ट किया है।
हमने ब्यूटी स्पेस में नेटिव  ब्रांड्स को बिल्ड करने वाली इंडियन वर्टीकल इंटीग्रेटेड कंपनी मात्राबद्ध वाणिज्य से बात की, के आखिर क्यों इंडिया की -कॉमर्स मार्किट इन्वेस्टमेंट के लिए इतनी ज़्यादा डिमांड में है।
मात्राबद्ध वाणिज्य के फाउंडर अगम बेरी ने बताया कि इन्वेस्टमेंट के लिए आज भारत सबसे एक्साइटिंग जगह है। यह दुनिया की सबसे फास्टेस्ट ग्रोइंग -कॉमर्स मार्किट है और कुछ ही सालों में इसकी पहुंच 200 बिलियन डॉलर हो जाएगी, जो कि कुछ सालों पहले रही पोज़िशन की तुलना में ज़बरदस्त है। इसका क्रेडिट इंटरनेट और मोबाइल फ़ोन को जाता है और दोनों ही भारत में तेज़ी से बढ़ रहे हैं। जैसे-जैसे भारतीय ऑनलाइन आना शुरू करेंगे, वैसे वैसे उनकी शॉपिंग करने की क्षमता भी बढ़ेगी।
और इंडिया के बढ़ते -कॉमर्स मार्किट का फास्टेस्ट ग्रोइंग सेगमेंट है, ब्यूटी। यही कारण है कि मात्राबद्ध वाणिज्य इंडिया की इकॉनमी में अच्छी पोज़िशन पर है। डिजिटल नेटिव ब्रैंड्स में इनका फोकस ब्यूटी और वेलनेस पर है, और क्योंकि यह वर्टिकली इंटीग्रेटेड हैं इसलिए सप्लाई चेन के हर स्टेप  के मालिक वो खुद हैं, जो मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट को कम करती है, जिससे ये अपने प्रोडक्ट्स को कस्टमर तक कम लागत में ऑफर कर पाते हैं।
अगम बेरी का कहना है कि कीमत की बात करें तो भारतीय बहुत ज़्यादा नापतोल करते हैं। अगर कोई -कॉमर्स कंपनी अच्छे दाम में प्रोडक्ट नहीं दे पा रही है तो वो उसमें ज़्यादा रुची नहीं दिखाएंगे। खुद की मैन्युफैक्चरिंग और डिस्ट्रीब्यूशन होने के कारण हम अपने प्रोडक्ट पर ज़्यादा खर्च कर पाते हैं  नतीजा, हम बेहतरीन क्ववालिटी कम लागत में ऑफर करते हैं।
भारतीय -कॉमर्स मार्किट के सबसे बड़े खिलाड़ी होने के बावजूद एमेज़ॉन और फ्लिपकार्ट अपनी -कॉमर्स साइट के जरिए हाई टच एक्सपीरयंस ऑफर नहीं कर सकते। ऑनलाइन शॉपिंग करने वाला हमेशा पर्सनलाइज्ड एक्सपीरयंस पसंद करता है। ऑनलाइन शॉपिंग का नेचर ही ऐसा है की आप प्रोडक्ट टेस्ट नहीं कर सकते। यही कारण है कि मात्राबद्ध वाणिज्य सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स के साथ काम करता है ताकि वह उनके डेमोंस्ट्रेटीव और इम्पैक्टफुल वीडियो के जरिये अपने प्रोडक्स के यूज़ेस और रिजल्ट्स को दिखा सकें।
यदि फ्लिपकार्ट और वालमार्ट के बीच डील हो जाती है, जिसकी पूरी संभावना है, तो फिर एमेज़ॉन को अपनी स्ट्रेटेजी पर दुबारा विचार करना पड़ेगा। लेकिन, भारत में हो रहे लगातार इन्वेस्टमेंट से पता चलता है की देश में -कॉमर्स मार्किट की इवैल्यूएशन काफी ज़्यादा है। इसके जबरदस्त रेट से लगातार बढ़ने कि वजह से कंपनियां भी यह देख रही हैं कि इन्वेस्टमेंट के लिए यह सबसे अच्छा समय है।