Thursday 20 October 2016

कांग्रेस कार्यकाल में शुरू प्रोजेक्टों का अरुण सूद लेना चाहते है श्रेय:कल होने वाला उद्घाटन समारोह मात्र चुनावी स्टंट

By Tricitynews Reporter
Chandigarh 20th October:- मेयर अरुण सूद कांग्रेसी मेयर्स के कार्यकाल में शुरू किये गए प्रोजेक्ट्स का क्रेडिट लेना चाहते है। हमारा सीधा सीधा आरोप है की यह मात्र चुनावी स्टंट है। कल होने  वाले उद्घाटन समारोह  के कार्यक्रम पर 5 लाख रूपए खर्च किया जा रहे है, जो की सरासर पब्लिक के पैसे की बर्बादी है। कल के समारोह के लिए सरकारी मशीनरी के साथ साथ पद का भी पूरी तरह से दुरूपयोग किया जा रहा है ये आरोप पूर्व मेयर कांग्रेस अद्यक्ष और पार्षद प्रदीप छाबड़ा ने मेयर अरुण सूद पर जड़े।
प्रदीप छाबड़ा ने आगे कहा की अरुण सूद वाह वाही लूटना चाहते है। प्रदीप छाबड़ा ने कहा की यह समारोह जंडपुर मई होना चाहिए थे की चंडीगढ़ में, क्योंकि पानी वह से यहाँ आना है ना कि यहाँ से वह जाना है यह प्रोजेक्ट पूर्व कांग्रेस मेयर पूनम शर्मा ने 98 करोड़ पे किये थे। प्रदीप छाबड़ा ने मौजूदा मेयर अरुण सूद और सांसद किरण खेर पर आरोप लगते हुए कहा की ये लोग सिर्फ और सिर्फ माइलेज लेने के अलावा होना कुछ नही। दरअसल ये सब अगले लोकसभा चुनावो के लिए किरण खेर को ही प्रोजेक्ट करना है। सांसद और मेयर शहर में कोड ऑफ़ कंडक्ट लगने से पहले ज्यादा से ज्यादा नींव पत्थर रख और ग्रीन बेल्ट्स का उद्घाटन कर वाहवाही लूटने में लगे है।
उन्होंने आगे कहा की यह प्रोजेक्ट पूर्व कांग्रेस मेयर पूनम शर्मा ने 98 करोड़ पे किये थे। प्रदीप छाबड़ा ने मौजूदा मेयर अरुण सूद और सांसद किरण खेर पर आरोप लगते हुए कहा की ये लोग सिर्फ और सिर्फ माइलेज लेने के अलावा होना कुछ नही। दरअसल ये सब अगले लोकसभा चुनावो के लिए किरण खेर को ही स्टैंड करवाना है।
उन्होंने कहा की सबसे अहम् बात एरिया पार्षद को संज्ञान में लेकर उन्हें पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया है। उन्हें कल के समारोह में निमंत्रित ही नही किया गया है, प्रदीप छाबड़ा ने कहा की कल कांग्रेस के सभी पार्षद रोष स्वरुप सेक्टर ३९ में वाटर वर्क्स दफ्तर के सामने धरने पर बैठेंगे, यह धरना साइलेंट प्रोटेस्ट होगा।
पूर्व मेयर और पार्षद सुबाष चावला ने भी मेयर की कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा की जंडपुर से पानी चंडीगढ़ को आना है की वहा को जाना है। मेयर ने एरिया पार्षद को यह कह कर नही बुलाया की यह पुरे शहर का मामला है इसमें स्थानीय पार्षद का कुछ नही बनता। यह डेमोक्रेसी के खिलाफ है। इसकी गहरायी से जांच होनी चाहिए। सुभाष चावला ने आगे कहा की यह भी पहली बार हुआ की नगर निगम के होने वाले चुनावों को लेकर निकले गए ड्रा को चैलेंज किया गया है। अभी तो पाइपलाइन बिछाने का काम भी पूरा नही हुआ तो उद्घाटन कैसा। ऐसा लग रहा है की अगले डेढ़ साल तक यह पाइपलाइन बिछ भी नही पायेगी तो फिर इसका उद्घाटन करने में जल्दवाजी कैसी



No comments: