By Tricity News
Chandigarh
04th May:- पंजाब में अवैध खनन रोकने के कांग्रेस सरकार द्वारा किए गए सभी
वादे व् दावे खोखले हैं। राज्य भर में अवैध माइनिंग बुरी तरह से चल रही है। खनन
माफिया को इसमें जिला प्रशासन का पूरा सहयोग मिल रहा है। कपूरथला निवासी गुरजीत
सिंह ने कहा कि राज्य में अवैध खनन कार्य अभी भी जोरों शोरों से चल रहा है।
चंडीगढ़ प्रेस क्लब में
गुरजीत सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा की इसका उदाहरण इससे लगाया जा
सकता है कि जिला जालंधर की तहसील फिल्लौर के गाँव गग ढगारा की खदान में ठेकेदार
सलविंदर सिंह लगभग 90 प्रतिशत माइनिंग गाँव बुर्ज ढगारा की अनधिकृत क्षेत्र में
पोपलेन मशीनों द्वारा अवैध माइनिंग कर रहा है।
उन्होंने आगे बताया की वर्ष 2012 की नीलामी के समय में सरकार की ओर से इस गड्ढे
का रकबा 70 एकड़ था, लेकिन वर्ष 2015 के रिवर्स बिडिंग के समय 20 एकड़ क्षेत्र
इसमें से निकाल दिया गया था और 50 एकड़ के गड्ढे की नीलामी कर दी गयी।
यहां उल्लेख करना उचित
है कि पर्यावरण मंजूरी की शर्तों के अनुसार, 62 एकड़ से कम खदान में किसी भी तरह
की मशीन की इजाज़त नही है और 62 एकड़ से ज्यादा में भी इकलौती जे सी बी (एग्जावेटर)
की ही इज़ाज़त है। पॉपलेन मशीन(चैन माउंटेड) की भी किसी को इज़ाज़त नही है। लेकिन
ठेकेदार सलविंदर सिंह और जिला जालंधर के जी एम अमरजीत सिंह की आपसी मिलीभगत से
डिप्टी कमिश्नर जालंधर, एस एस पी- देहाती जालंधर और कुमार राहुल डायरेक्टर माइनिंग
को अंधेरे में रख कर 2012 की नीलामी वाला 70 एकड़ वाला माइनिंग प्लान दिखा कर गग
ढगारा में 10-12 पोपलेन मशीन लगा कर अवैध माइनिंग कर रहा है।
गुरजीत सिंह ने कहा कि
यही नही बल्कि जालंधर जी एम अमरजीत सिंह अपनी चालबाज़ी से ठेकेदार सलविंदर सिंह को
निर्धारित मूल्य से 4 गुना अधिक मूल्य प्राप्त करने में भी मदद कर रहा है। जिला
जालंधर का खड गग ढगारा रिवर्स बिडिंग वाली खड्ड है। जिस में ठेकेदार का सरकार की तरफ से आधिकारिक रेट 119
रुपये प्रति टन यानी 476 से 500 रुपये प्रति सैंकड़ा है। लेकिन वर्तमान ठेकेदार
जीएम अमरजीत सिंह की मदद से 1700 रुपये प्रति सैंकड़ा (425 रुपये प्रति टन) वसूल
रहा है। इस अवैध खनन के साथ, लगभग 300-350 टिपर्स और 200-250 ट्रॉली भरी जा रही
हैं। जिससे सरकार को हर रोज 70-80 लाख रुपये रेवेन्यू का नुकसान हो रहा है।
पर्यावरण निकासी संहिता का उल्लंघन करते हुए पॉप लेन मशीनों को चलाने और सरकारी
रेट से ज्यादा मूल्य वसूल करने में अमरजीत सिंह की तरफ से पूरी पूरी मदद की जा रही
है। जिसका ऑडियो प्रूफ जीएम जालंधर के साथ उनकी फोन पर हुयी वार्तालाप है।
उन्होंने बताया कि खड्ड में चल रही पॉप लेन मशीनों की वीडियो रिकॉर्डिंग भी उनके
पास है। उनकी ऒर से अपने खुद के स्तर पर ट्राली भरवाने के समय और उनसे 04 सैकड़ों
के लिए लिए गए 6200 रुपये की वीडियो रिकॉर्डिंग भी उनके पास है।
गुरजीत सिंह ने कहा कि
ऐसा लगता है कि इतने युद्ध स्तर पर रेत के अवैध खनन के पीछे जीएम जालंधर अमरजीत
सिंह की ठेकेदार सल्विंदर सिंह के साथ खड्ड गग दगारा में हिस्सेदारी हैं या फिर जी
एम जालंधर रिश्वत के रूप में रोजाना 2 लाख रुपये वसूलता है।
गुरुजीत सिंह ने मांग
की कि इस अवैध खनन के व्यवसाय बंद किया जाए और इस मामले में किसी अन्य राज्य के
उच्च अधिकारी या फिर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच करवाई जाए नही तो
मजबूरन उन्हें माननीय हाई कोर्ट का सहारा लेना पड़ेगा।
वहीँ जब इस बारे में जी
एम् -जालंधर अमरजीत सिंह से बारे में बात की गयी तो उन्होंने गुरजीत सिंह के सभी
आरोपों को बेबुनियाद व् निराधार बताया उन्होंने कहा कि उसकी बातों में रती भर भी
सच्चाई नहीं है । जब उनसे गुरजीत सिंह द्वारा मीडिया में पेश किये वॉयस व् वीडियो
रिकॉर्डिंग के प्रूफ के बारे में पूछा गया तो उन्होंने फ़ोन ही काट दिया।
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