By Tricitynews
Chandigarh
31st July:- चंडीगढ़ मोहाली और खरड़ एरिया के लगभग 13 लोगों ने चंडीगढ़ के एक निजी फाइनेंसर पर उनको दिए गए लोन के पुरे पैसे वापिस कर देने के बाबजूद भी धोखे से उनसे और पैसे हथियाने के लिए किसी अन्य शख्स द्वारा उनके चेक बाउंस करवा उन पर झूठे मुकद्दमे किये जाने के गंभीर आरोप लगाए है। इस मामले में पुलिस द्वारा भी सहयोग न मिल पाने से ये सभी और ज्यादा दुखी है।
चंडीगढ़ प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में दीपक शर्मा, संजीव कुमार, सोनू कुमार, नीरज कुमार, अमित कुमार, प्रशांत शर्मा, सुशील शर्मा, अनीता देवी, आशीष भल्ला, पवन कुमार, ईशान शर्मा, टिंकू कुमार, शैलेश कुमार, अनिल कुमार और राम मूरत ने बताया कि उन सभी ने किसी न किसी घरेलू मज़बूरी के चलते चंडीगढ़ के एक प्राइवेट फाइनेंसर इंदरप्रीत सिंह से सेक्टर 56 के रहने वाले लव कुमार (बिचौलिये) के माध्यम से लोन लिया था। पेमेंट देने के लिए फाइनेंसर ने लव कुमार के जरिये उनसे 02 चेक, गारंटर के 02 चेक, आधार कार्ड और पैन कार्ड की कॉपी के साथ एक ब्लेंक परनोट पर सिग्नेचर करवा लिए थे, इसके साथ ही उसने उनसे 10 फीसदी ब्याज तुरंत भी जमा करवा देने को कहा। फाइनेंसर इंदरप्रीत सिंह महीने के 30 फीसदी के हिसाब से ब्याज पर लोन देता है। हालांकि ब्याज ज्यादा है, लेकिन मज़बूरी और तंगी के चलते उन्हें ये भी सहन करना पड़ा ।
उन्होंने आगे बताया कि उन सभी ने फाइनेंसर इंदरप्रीत सिंह को ली गयी लोन की मूल रकम लौटा भी दी है, जिसके उनके पास पुख्ता डाक्यूमेंट्स भी है, लेकिन उसके बाबजूद भी फाइनेंसर ने उनके द्वारा दिए गए चेक अपने किसी अन्य जानकार के माध्यम से बैंक में लगा कर बाउंस करवा लिए और उनमे से कुछ पर 138 का केस डलवा दिया। इस सम्बन्ध में जब उन सब ने एकजुट हो लव कुमार से बात की कि वो तो अपना लिया गया लोन लौटा चुके है तो फिर ये चेक बैंक में क्यों लगे, तो उसने उनकी बात सुनंने से ही मना कर दिया, बल्कि धमकाया कि तुम सब से जो बन पड़ता है कर लो।
दीपक शर्मा और सोनू कुमार ने आगे बताया कि इस सब से दुखी हो उन्होंने अपनी शिकायत एस एस पी( चंडीगढ़ पुलिस) विंडो पर दी। यहाँ से उनकी शिकायत सेक्टर 56 स्थित पलसौरा चौकी रेफर हुयी। वह से बुलाये जाने पर जब वो सब वहां पहुंचे तो चौकी के स्टाफ ने कहा कि वो अपना मामला फाइनेंसर से खुद ही निपटा ले, क्यों कि पैसों के लेन देन के मामले में पुलिस हस्तक्षेप नहीं कर सकती।
उन्होंने कहा कि इंदरप्रीत सिंह जैसे ट्राईसिटी में बहुत सारे फाइनेंसर है जो मजबूर और लाचार लोगों कि जरुरत का फायदा उठा रहे है। और तो और इन के पास किसी भी तरह का लाइसेंस भी नही है और लोन देने का उनका यह धंधा अवैध रूप से चल रहा है।इसलिए वो चाहते है कि ऐसे लूटखसोट करने वाले फाइनेंसर्स पर शिकंजा कसा जाये।
दीपक कुमार ने कहा कि वो सभी मध्यमवर्गीय परिवारों से ताल्लुक रखते है, वो लोग दिहाड़ी मजदूरी कर बड़ी मुश्किल से दो वक़्त का खाना जूता पाते है। अगर ऐसा ही होता रहा तो उनके परिवार कि भूखों मरने कि नौबत आ जाएगी। जबकि कुछेक तो सुसाइड का प्रयास भी कर चुके है।
दीपक कुमार ने कहा कि वो सभी मध्यमवर्गीय परिवारों से ताल्लुक रखते है, वो लोग दिहाड़ी मजदूरी कर बड़ी मुश्किल से दो वक़्त का खाना जूता पाते है। अगर ऐसा ही होता रहा तो उनके परिवार कि भूखों मरने कि नौबत आ जाएगी। जबकि कुछेक तो सुसाइड का प्रयास भी कर चुके है।
जब इस बारे में बिचौलिए लव कुमार से बात की गयी तो उन्होंने इस पुरे मामले पर अपनी किसी भी तरह की इन्वॉल्वमेंट से इंकार कर दिया और ये भी कहा कि अगर इन लोगों ने पैसे लोन पर लेकर सभी पैसे वापिस कर दिए है और उनके पास सबूत है तो फिर क्यों घबरा रहे है।
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