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Chandigarh Jan. 23,
2021:- अमेरिकन
पिस्ताचियोस ग्रोअर्स (एपीजी) ने पिस्ते के इम्युनिटी बढ़ाने वाले गुणों पर बात करने
के लिये एक वर्चुअल नॉलेज सेशन का आयोजन किया और ल्युक कोउटिन्हो को भारत में अपना
लाइफस्टाइल एम्बेसेडर बनाने की घोषणा भी की । इस सेशन को ल्युक कोउटिन्हो, विश्व के
जाने-माने हॉलिस्टिक लाइफस्टाइल कोच- इंटीग्रेटिव मेडिसिन और माइक रोउसेल, पीएचडी,
न्यूट्रीशन कंसल्टेन्ट और मेन्स हेल्थ मैगजीन, यूनाइटेड स्टेट्स के सलाहकार ने सम्बोधित
किया। इस सेशन के अध्यक्ष थे रॉन वर्डोंक, मिनिस्टर काउंसलर फॉर एग्रीकल्चर, यू.एस.
एम्बेसी, भारत और इसका संचालन एपीजी के भारत प्रतिनिधि सुमित सरन ने किया।
सेशन
का उद्घाटन करते हुए रॉन वर्डोंक, मिनिस्टर काउंसलर फॉर एग्रीकल्चर, यू.एस. एम्बेसी,
नई दिल्ली, ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी
है कि ल्युक कोउटिन्हो, जो एक आइकॉन हैं और खासतौर से पोषण, फिटनेस और समग्र लाइफस्टाइल
के लिये अपनी प्रतिबद्धता को लेकर जाने जाते हैं, वे अमेरिका के पिस्ते की अनुशंसा
कर रहे हैं। भारतीय फूड सेक्टर भारी वृद्धि करने के लिए तैयार है और हम भारतीय उपभोक्ताओं
को यू.एस. के उच्च-गुणवत्ता वाले, स्वास्थ्यकर, संपूर्ण और सुरक्षित उत्पाद परोसने
के अवसर लगातार तलाश रहे हैं। पिस्ता भारतीय बाजार में स्वाभाविक रूप से फिट बैठता
है। हम अमेरिका के कृषि उत्पादों की गुणवत्ता और महत्व पर मजबूत विश्वास रखते हैं,
क्योंकि वे भारतीय बाजार की मांगों के अनुसार गुणवत्ता का कठोर अनुपालन करते हैं। भारत
और अमेरिका, दोनों एक्सयरसाइज और डाइट के माध्यम से स्वस्थ जीवनशैली को प्रोत्साहित
करने की जरूरत को बखूबी समझते हैं, ताकि कुपोषण और सार्वजनिक स्वास्थ्य की अन्य समस्याओं
से निपटा जा सके। हम भारत में अमेरिका में उगाये गये पिस्ते के लिये साल 2021 को शानदार
बनाने की उम्मीद करते हैं, क्योंकि हम अपने खाद्य एवं पेय की संस्कृतियों को पूरक बनाने
के नये तरीके ढूंढेंगे।
अमेरिका
में उगे पिस्ते के लाइफस्टाइल एम्बेसेडर के तौर पर अपनी भूमिका के बारे में ल्युक कोउटिन्हो
ने कहा कि वो अमेरिकन पिस्ताचियो ग्रोअर्स के साथ जुड़कर बहुत खुश हैं। भारतीयों ने
पिस्ते का इस्तेमाल हमेशा डेजर्ट्स, बिरयानी, आदि की सजावट के तौर पर किया है। अब समय
आ गया है कि हम इस बेहतरीन मेवे पर ज्यादा जागरूक हों और अमेरिका में उगे पिस्ते को
अपनी रोजाना डाइट का हिस्सा बनाएं। क्योंकि पिस्ता एक संपूर्ण प्रोटीन हैं और लोग यह
जानकर चौंक जाएंगे कि एक मुट्ठी पिस्ते में एक अंडे जितना प्रोटीन होता है। यह शाकाहारी
लोगों और प्रोटीन के पादप-आधारित स्रोत तलाशने वालों के लिये अच्छी खबर है। आमतौर पर
खाये जाने वाले सभी मेवों की तुलना में पिस्ते का कैलोरीफिक वैल्यू सबसे कम में से
एक होता है और आप एक बार में 49 पिस्ते खा सकते हैं। इस प्रकार यह भारतीयों के लिये
परफेक्ट हैं।
पिस्ते
में निहित स्वास्थ्य लाभों को दोहराते हुए डॉ. माइक रोउसेल ने कहा कि इंटरनेशनल फूड
इंफॉर्मेशन काउंसिल के ईयर-एंड सर्वे के अनुसार, तीन में से एक व्यक्ति ने बताया है
कि बीते एक साल में उसकी खाने से सम्बंधित आदतें स्वास्थ्यकर हुई हैं। जवाब देने वाले
22 प्रतिशत से ज्यादा लोगों ने बताया कि उनकी पसंद उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य
को प्रभावित करती हैं। इसलिये, डाइट में पिस्ते जैसे पोषक खाद्यों को शामिल करने से
आपके शरीर को ज्यादा वाइटल विटामिन्स और खनिज मिल सकते हैं, ताकि आपका इम्यूपन सिस्टम
अपना सर्वश्रेष्ठ काम करे। स्वस्थ इम्यूसन सिस्टम हीलिंग प्रोसेस में सहायता करता है
और रिकवरी टाइम को कम करता है। मैं एक सुविधाजनक स्नैक के तौर पर अपने ग्राहकों के
लिये पिस्ते की अनुशंसा करता हूँ, जिसे कसरत करने के बाद खाया जा सकता है या जब भी
आपको त्वरित पोषक आहार की जरूरत हो, ताकि अगला भोजन मिलने तक आपका काम चल सके। लेकिन
उनके द्वारा इस साल पिस्ते की अनुशंसा किये जाने का कारण उसमें मौजूद प्रमुख पोषक-तत्वों
का खजाना है, जो अपना सर्वश्रेष्ठ काम करने में इम्युन सिस्टम की मदद करता है ।
चर्चा का संचालन करते हुए सुमिन सरन ने कहा कि अमेरिका में उगे पिस्ते के लिये भारत वृद्धि का बाजार है। भारत में पिस्ता नहीं होता है। हालांकि पिस्ते और उससे मिलने वाले स्वास्थ्य लाभों पर जागरूकता बढ़ने के साथ हम मांग में लगातार बढ़त देख रहे हैं। हम भारत में अमेरिका पिस्ताचियो ग्रोअर्स के लिये लाइफस्टाइल एम्बेसेडर के रूप में ल्युक कोउटिन्हो को पाकर प्रसन्न और सम्मानित हुए हैं। वे स्वास्थ्य, पोषण और तंदुरूस्ती के एक महान आइकॉन हैं। उनकी मदद से हम समझदार उपभोक्ताओं के बीच अमेरिका में उगे पिस्ते पर जागरूकता निर्मित करेंगे। अमेरिका में उगने वाला पिस्ता भारत के सभी प्रमुख रिटेल पॉइंट्स और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्सट पर गुणवत्तापूर्ण ब्राण्ड नेम्स के अंतर्गत उपलब्ध है।
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