Tricitynews Reporter
Chandigarh Feb. 13,
2021:- चंडीगढ़ प्रशासन स्वच्छ और हरित ऊर्जा की दिशा में काम कर रहा है। शहर में हवा की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए, चंडीगढ़ प्रदूषण नियंत्रण समिति (सीपीसीसी) को केंद्र से जल्द ही 5 करोड़ रुपये मिलेंगे।
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने हाल ही में पीसीआरए के सक्षम 2021 के एक महीने के ईंधन संरक्षण अभियान की शुरुआत की थी जिसका उदेश्य भारत में ईंधन की खपत को कम करने रहा है। इस संबंध चंडीगढ़ प्रशासन ने भी स्वच्छ और हरित ऊर्जा की दिशा में पहल करने का निर्णय लिया है।
सक्षम 2021 जो इस रविवार को संपन्न होगा वह ‘स्वच्छ और हरित ऊर्जा’ थीम के साथ एक महीने का अभियान है। अभियान का उद्देश्य बढ़ते कार्बन फुटप्रिंट्स के प्रतिकूल स्वास्थ्य और पर्यावरणीय प्रभावों को उजागर करना और उपभोक्ताओं को क्लीनर ऑयल को बताना है।
सौर ऊर्जा से चलने वाली दो गाडय़िां बुजुर्गों और विकलांगों को नौका विहार के लिए झील के नियामक छोर तक पहुँचाने के लिए झील में सेवा में लगाई गई थीं। झील में प्रवासी पक्षियों के रहने तक यह सेवा नि: शुल्क होगी।
देबेंद्र दलाई, निदेशक (पर्यावरण) और उपाध्यक्ष, सीपीसीसी, ने हाल ही में सूचित किया था कि पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने धनराशि को मंजूरी दी थी, जिसे शहर में हवा की गुणवत्ता में सुधार के लिए विभिन्न एजेंसियों के बीच वितरित किया जाएगा।
वास्तविक समय के आधार पर शहर की वायु गुणवत्ता की निगरानी के लिए, सीपीसीसी जल्द ही दो अन्य निरंतर कॉटीन्यूज एमबिऐंट एयर क्वालिटी मोनिटरिंग (सीएएक्यूएमएस) स्थापित करेगा। प्रशासन ने दो सीएएक्यूएमएस की खरीद के लिए एक आदेश रखा था। इस बीच, बाद में दो और ऐसे स्टेशन स्थापित किए जाएंगे क्योंकि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने सीएएक्यूएमएस को निर्देश दिया था कि वे आवश्यक स्टेशनों की अधिकतम संख्या का आकलन करें।
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