By Tricitynews Reporter
Chandigarh, Oct.15, 2021:- चंडीगढ़ के चैतन्य अग्रवाल (एआईआर 8), प्रथम गर्ग (एआईआर 20) और कुशांग सिंगला (एआईआर 30) ने संयुक्त प्रवेश परीक्षा (ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन-जेईई) एड-वांस्ड 2021 में बेहतरीन प्रदर्शन करके शहर की प्रतिष्ठा को बढ़ाया है। ये स्टूडेंट श्री चैतन्य इंस्टीट्यूट, सेक्टर-34 के रेगुलर क्लासरूम स्टूडेंट्स हैं।
श्री चैतन्य टीम ने जेईई एडवांस 2017 और 2018 में ऑल इंडिया रैंक 1 भी प्रदान किए हैं। इस साल फिर से, श्री चैतन्य इंस्टीट्यूट ने ट्राईसिटी से टॉप रैंक देकर एक बार फिर से अपनी अनुभवी टीम की सक्षमताओं को साबित किया है।
चैतन्य अग्रवाल ने जेईई एडवांस्ड में 360 में से 324 अंक हासिल कर जेईई मेन 2021 में एआईआर-62 के स्कोर के साथ अखिल भारतीय रैंक-(एआईआर -8) हासिल किया, प्रथम गर्ग ने जेईई एडवांस्ड में 360 में से 318 अंक हासिल कर और जेईई मेन 2021 में एआईआर-8 हासिल कर एआईआर-20 और कुशांग सिंगला ने जेईई एडवांस्ड में 360 में से 307 अंक हासिल कर एआईआर-30 हासिल कर सफलता हासिल की है।
श्री चैतन्य इंस्टीट्यूट चंडीगढ़ अपनी स्थापना के बाद से हर साल टॉप 10 में आने वाले स्टूडेंट्स को तैयार करता रहा है।
अपने सफलता के मंत्र को साझा करते हुए, चैतन्य अग्रवाल ने कहा कि मैंने आईआईटी में प्रवेश के सपने के रूप में श्री चैतन्य में एडमिशन लिया। निरंतरता सफलता का आधार है। आप जो कुछ भी पढ़ते हैं, उसे नियमित अंतराल पर रिवाइज भी करें। यदि आप अच्छी तरह से ध्यान केंद्रित करते हैं, तो आपकी स्टडी के घंटे वास्तव में मायने नहीं रखेंगे। अपने शिक्षकों और उनके मार्गदर्शन में विश्वास रखें और हमेशा सुनिश्चित करें कि आपकी नॉलेज वैचारिक रूप से मजबूत है। उन्होंने कहा कि मैंने लॉकडाउन के दौरान नियमित रूप से श्री चैतन्य के वीकली टेस्ट नियमित रूप से दिए, जिससे मुझे सेल्फ एनालसिस (आत्म-विश्लेषण) करने और अपने प्रदर्शन में लगातार सुधार करने में मदद मिली।
प्रथम गर्ग से जब उनकी सफलता के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जेईई कड़ी मेहनत और स्मार्ट वर्क का मिश्रण है।
चैतन्य की सफलता पर टिप्पणी करते हुए, उनके पिता, संजीव गुप्ता, जो रियल एस्टेट व्यवसाय में हैं और मां श्रीमती निशा सिंगला, सीनियर नर्सिंग ऑफिसर, पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ ने कहा कि हमारे बेटे ने एक बार फिर से हमें गौरवान्वित किया है। आखिरकार उसकी मेहनत रंग लाई और हम उसकी और श्री चैतन्य इंस्टीट्यूट की इस सफलता बहुत खुश हैं।
प्रथम के पिता, जो प्रोफेशन से एक बिजनेसमैन हैं और मां पंजाब नेशनल बैंक में बैंक मैनेजर हैं, ने कहा कि माता-पिता के रूप में हम अपने बेटे पर गर्व और गर्व महसूस कर रहे हैं, जिसने अपने दादा-दादी और शिक्षकों के आशीर्वाद से अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देकर हमारे सपनों को पूरा किया है। हम श्री चैतन्य इंस्टीट्यूट के मेहनती और अनुभवी शिक्षकों के बहुत आभारी हैं जिन्होंने महामारी के दौरान भी स्टूडेंट्स पर अपनी कड़ी मेहनत को जारी रखी। मुझे यकीन था कि मेरे बेटे की कड़ी मेहनत उसे एक दिन सफल बनाएगी। ईश्वर उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करें।
कुशांग सिंगला ने नेशनल स्टेंडर्ड एग्जामिनेशन ऑफ कैमिस्ट्री (एनएसईसी) उत्तीर्ण की है। इसके साथ ही वे इंडियन नेशनल कैमिस्ट्री ओलंपियाड (आईएनसीएचओ) भी पास कर चुके हैंं, और ओरिएंटल कम सिलेक्शन कैम्प (ओसीएससी), रीजनल मैथेमेटिकल ओलंपियाड (आरएमओ) स्कॉलर, किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (केवीपीवाई) स्कॉलर और इंटरनेशनल मैथेमेटिकल ओलंपियाड ट्रैनिंग कैम्प (आईएमओटीसी) में भाग लिया है।
मृणाल सिंह, सेंटर डायरेक्टर, श्री चैतन्य चंडीगढ़ ने जेईई में बेहतीन प्रदर्शन के लिए छात्रों की खुल कर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि महामारी की इस गंभीर स्थिति में भी, श्री चैतन्य के हमारे छात्रों ने दिखाया है कि यदि आप दृढ़ संकल्प के साथ काम करते हैं तो कोई भी लक्ष्य हासिल करना कठिन नहीं है। मैं उन सभी छात्रों को बधाई देना चाहता हूं जिन्होंने जेईई एडवांस में क्वालिफाई किया है। हमारे छात्रों की सफलता का श्रेय उनकी कड़ी मेहनत, उनके माता-पिता और श्री चैतन्य में हमारी फैकेल्टी को जाता है जिन्होंने कोविड-19 के दौरान भी अपने प्रयासों को जारी रखा और बेहतरीन परिणाम प्राप्त किए हैं।
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