Thursday, 15 September 2016

पंजाबी इंजीनियर्स वेलफेयर सोसायटी द्वारा 49वां इंजीनियर्स दिवस मनाया गया

By Tricitynews Reporter
Chandigarh 15th September:- पंजाबी इंजीनियर्स वेलफेयर सोसायटी ने आज किसान भवन में अपना 49वां अभियंता (इंजीनियर्स) दिवस मनाया। सोसायटी में पंजाब के सभी इंजीनियरिंग विभाग, बोड्र्स और कॉर्पोरेशंस शामिल हैं। इस दिन को देश के एक जाने माने इंजीनियर एवं भारत रत्न सम्मान प्राप्त मोक्षगुंडम विश्वेश्वरया के जन्मदिवस के तौर पर मनाया जाता है। वे तेलंगाना में हैदराबाद शहर को बाढ़ से सुरक्षा प्राप्त करने की प्रणाली तैयार करने वाले चीफ डिजाइनर थे और इसके साथ ही उन्होंने मैसूर में कृष्णा राजा सागर बांध के निर्माण में चीफ इंजीनियर की भूमिका भी अदा की है। 
पंजाब सरकार के विभिन्न विभागों, बोर्डों और निगमों में काम करने वाले इंजीनियर्स द्वारा गठित सोसायटी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में इसके सभी सदस्य शामिल हुए। कार्यक्रम में टीवी की जानी मानी हस्ती सुरेंद्र सेठ ने दर्शकों का मनोरंजन किया।
पंजाबी इंजीनियर्स वेलफेयर सोसायटी के कंविनर और पंजाब सिंचाई विभाग में चीफ इंजीनियर के तौर पर कार्यरत, इंजीनियर डॉ. विनोद चौधरी ने सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि इंजीनियर्स का समाज एवं देश के विकास के लिए जरूरी भवनों एवं अन्य निर्माण में उनका योगदान बेहद महत्वपूर्ण है। पंजाबी इंजीनियर्स वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष तथा पंजाब सरकार के स्थानीय निकाय विभाग के सेवानिवृत इंजीनियर इन चीफ मनमोहन सिंह ने राज्य के इंजीनियर्स की पंजाब सरकार से मांगों संबंधी प्रस्ताव भी पेश किए। 
इस मौके पर विभिन्न विभागों के चीफ इंजीनियर्स को राज्य के विकास के लिए उनकी अमूल्य सेवाओं के लिए विशेष तौर पर सम्मानित किया गया तथा मुख्यातिथि द्वारा एक सोविनियर और त्रैमासिक समाचारपत्रइंजीनियर्स वॉयसको भी जारी किया गया। 
सोसायटी के महासचिव तथा सिंचाई विभाग, पंजाब के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर आर.एस.बुट्टर ने भारत रत्न सम्मान प्राप्त मोक्षगुंडम विश्वेश्वरया के बारे में विचार रखे, जो कि देश के सर्वाधिक सम्मानित इंजीनियर हैं। उन्होंने कहा कि इंजीनियर्स दिवस एक महान इंजीनियर को सम्मान देने के लिए पूरे इंजीनियर समुदाय का प्रयास है जिन्होंने इंजीनियरिंग के क्षेत्र में शानदार उदाहरण स्थापित किए। 
इस अवसर पर मंडी बोर्ड विभाग, पंजाब के सेवानिवृत चीफ इंजीनियर एम.एस.गुरम ने कार्यक्रम के मुख्यातिथि के तौर पर शिरकत की और कहा कि हमारे लिए ये महत्वपूर्ण है कि हम अपनी जिंदगियों में इंजीनियर्स के योगदान को समझें। उन्होंने कहा कि ये इंजीनियरिंग सबसे पसंदीदा और मांग में रहने वाला प्रोफेशन है। श्री सुरेंद्र सेठ इस मौके पर गेस्ट ऑफ ऑनर थे और उन्हें विशेष तौर पर सम्मानित भी किया। इस मौके पर उन्होंने अपने विचार भी रखे। 
संजीव सूरी, चीफ इंजीनियर, सिंचाई, जिन्हें राज्य सम्मान भी प्राप्त है, ने बांधों के लाभों और इकोलॉजी को सुरक्षित रखने के लिए नई तकनीकों के उपयोग पर एक प्रेजेंटेशन भी दी। उन्होंने इन नई तकनीकों को राष्ट्रीय स्तर पर अपनाने पर भी जोर दिया। 
इंजीनियर नरेन्द्र सिंह डालम, इंजीनियर नरेश बत्ता, इंजीनियर सुखविंदर सिंह, लोकल गर्वमेंट पंजाब द्वारा मेकेनिकल स्वीपिंग पर एक रिसर्च पेपर भी प्रस्तुत किया।
मंडी बोर्ड के इंजीनियर कवलदीप सिंह ने सडक़ों का आधारभूत ढांच तैयार करते हुए पौधों को लगाते हुए इकोलॉजी को सुरक्षित रखने पर एक रिसर्च पेपर भी प्रस्तुत किया। जल आपूर्ति एवं सेनिटेशन विभाग, पंजाब सरकार के इंजीनियर सुखमिंदर सिंह ने सौर ऊर्जा की मदद से पंपिंग सिस्टम के संचालन पर शोध पत्रों को प्रस्तुत किया। इंजीनियर .एस.धालीवाल, द्वारा शहरी क्षेत्रों में आम लोगों के लिए जरूरी सेवाओं को विकसित करने और उनके उचित रख रखाव पर पेपर प्रस्तुत किया। 
इस मौके पर कार्यक्रम में कई विशेष प्रस्तावों को भी पारित किया गया, जिनमें पंजाब राज्य में सम्पूर्ण बुनियादी ढांचागत विकास में इंजीनियर्स के योगदान को दर्ज कर एवं उन्हें सम्मान देना शामिल हैं। इसके अलावा पंजाब सरकार के संबंधित विभाग से एस..एस.नगर मोहाली में इंजीनियर्स भवन के निर्माण के लिए लीज पर एक भूखंड को प्रदान करने की मांग की अपील करने का प्रस्ताव पारित किया गया। इंजीनियर्स भवन के निर्माण के लिए जमीन देने की घोषणा वर्ष 2010 में चंडीगढ़ में आयोजित इंजीनियर्स दिवस समारोह में पंजाब के मुख्यमंत्री द्वारा की गई थी। 




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