By Tricitynews Reporter
Chandigarh 17th
December:- शहर में होने वाले नगर निगम चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के अलावा आजाद प्रत्याशियों का एक समूह तीसरे मोर्चे के तौर में उधर के सामने आया है। जिसे लोगों ने सराहा है और इसका समर्थन किया है। शनिवार को प्रेस क्लब में आयोजित प्रेसवर्ता के दौरान प्रवासी भलाई संगठन के चैयरमेन अविनाश सिंह ने पत्रकार वर्ता के दौरान 6 आजाद प्रत्याशियों को एक मंच पर लाते हुए उनके समार्थन की घोषणा की। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि उनके साथ और भावी प्रत्याशी है। लेकिन वह समार्थन और मेहनत उन्हीं सीटों पर कर रहे है। जिनके बारे में उन्हें पूरा विश्वास है उनके समार्थन और इलाके में लोक प्रियता के चलते वह भारी मतों से जीत कर आएंगे। जिनमें वार्ड नंबर-24 से कांग्रेस के बागी और आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनावों में उतरे राकेश कुमार मौली, वार्ड नंबर-26 से समाज सेवी और युवा उद्योगपति अमित शर्मा,वार्ड नंबर-11 से बसपा यूथ के प्रेसिडेंट पद छोड़ आजाद मैदान में उतरे राजेश पसवान,वार्ड नंबर-20
से कांग्रेस के ब्लॉक प्रेजिडेंट पद छोड़ बागी हुए छब्बू यादव,वार्ड नंबर-19 से मद्रासी कॉलोनी के रहने वाले के.अरूण शामिल है। वर्ता के दौरान अविनाश सिंह ने लोगों को बताया कि वह इस लिए सामने आए है। जिससे शहर के लोगों के सामने कांग्रेस और भाजपा का असली चेहरा सामने आ सके। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेता संजय टंडन शहर की कॉलोनियों और गरीबों की बस्तियों में वोट मांगने के लिए लोगों को गुमराह कर रहे है कि रेहड़ी फड़ी वालों को लाइसेंस उनके कारण से मिला है। जो कि पूरी तरह सफेद झूठ है। उन्होंने मीडिया की खबरों की कटिंग को दिखाते हुए बताया कि किस तरह उन्होंने गरीबों और कॉलोनियों की लड़ाई लड़ी। दरासल प्रवासी भारतीय संगठन के अविनाश सिंह ही वह व्यक्ति है। जिनके चलते मौली जागरां पार्ट-2,लाल बहादुर शास्त्री कॉलोनी समेत 10 कॉलोनियों के 32 हजारों लोगों से छिना गया मताधिकार वापस मिला। इस मताधिकार को दिलाने के लिए उन्होंने 19 नवंबर को सैकड़ों की संख्या में शामिल अपने समार्थकों के साथ गवर्नर हाउस का घिराव भी किया था। इसके अलावा शहर के कच्ची कॉलोनियों को टूटने से बचाने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि यदि जनता साथ देगी तो वह शहर को दूसरी लड़ाईयों की तरह इस बार शहर में रह रहे पुर्नवास योजना के तहत मिले मकान-फ्लैट किराएदार के बदले मालिकाना हक दिलवाने की लड़ाई। भाजपा और कांग्रेस के राज भी केवल गरिबों और लचारों को खदेड़ा जता रहा है। जो किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अब तक हम पॉलिटिकल सिस्टम के बाहर रह कर लडई लड़ रहे थे। लेकिन अब यह लड़ाई शहर के पॉलिटिकल सिस्टम के अंदर जाकर होगी। जिससे भाजपा और कांग्रेस की सरकारों में कॉलोनी और सेक्टरों में बनाया गया अमिर और गरीब का अंतर की खई को खत्म कर। कॉलोनियों को भी सेक्टरों की तरह पार्क,साफ-सफाई,बिजली पानी समेत अन्य सुविधाओं का हक दिलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह इन कैंडिडेट्स का साथ इस लिए दे रहे है क्योंकि गरीब की लड़ाई में यह वह कैंडिडेट है,जो हर तरह से डंटे रहे और आगे भी लोगों के हितों मे काम करते रहेगें।
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