Wednesday, 1 February 2017

गांधी की पुण्यतिथि पर हुआ डा.एम.एम. जुनेजा की पुस्तक का विमोचन

By Tricitynews Reporter
Chandigarh 01st February:-सैक्टर 16 स्थित गांधी स्मारक भवन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 69 वीं पुण्यतिथि पर गांधी स्मारक निधि, पंजाब, हरियाणा एंव हिमाचल प्रदेष और आचार्यकुल चण्ड़ीगढ की ओर से शहीदी दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें ट्राईसिटी के बुद्धि जीवियों एंव आम नागरिकों ने राष्ट्रपिता को अपने श्रृद्धा सुमन अर्पित किये। इस अवसर पर सुप्रसिद्ध इतिहासकार डा. एम.एम. जुनेजा की 29 वीं पुस्तक -गांधी राष्ट्रपिता भगत सिंह शहीदे आजम क्यां? का विमोचन किया गया। पुस्तक विमोचन समारोह के मुख्य अतिथि सुप्रसिद्ध सोषल एक्टिविस्ट इंजिनियर श्री आनन्द प्रकाष थें। जबकि जाने माने गांधी वादी नेता के.के. शारदा ने समारोह  की अध्यक्षता की समारोह में शहीदे आजम भगत सिंह के सगे भतीजे अभय सिंह संधू विषिष्ट अतिथि तथा वयोवृद्ध पत्रकार दैनिक ट्रिब्यून चण्डीगढ़ के पूर्व संपादक एंव वर्तमान में हरियाणा साहित्य अकादमी के उपाध्यक्ष राधेष्याम शर्मा तथा हरियाणा के सेवानृवित अतिरिक्त पुलिस महानिदेषक वी.के.कपूर विषेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
के.के.शारदा ने अपने स्वागत अभिभाषण में लेखक डा. एम.एम. जुनेजा का हार्दिक धन्यवाद करते हुए कहा कि उनकी यह पुस्तक युवा पीढी के लिए प्रकाष पुंज का काम करेगी।
डा. एम.एम. जुनेजा ने पुस्तक पर विस्तृत प्रकाष डालते हुए बताया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी शहीदे आजम भगत सिंह दोनों का उद्देष्य भारत माता को गुलामी की जंजीरो से मुक्त कराने का था, लेकिन उनके रास्ते अलग-अलग थें। महात्मा गांधी अहिंसा के मार्ग पर चलकर देष को अग्रेजों से आजाद करवाना चाहते थें। जबकि शहीदे आजम भगत सिंह उनके युवा साथी अपने क्रांतिकारी प्रयासों से अंग्रजों को जल्दी से जल्दी भारत से खदेड़ना चाहते थें। महात्मा गांधी ने पूरी दुनिया को अहिंसा का रास्ता दिखाया जबकि शहीदे आजम भगत सिंह अंतराष्ट्रीय यूथ आईकोन के रूप में दुनिया में लोकप्रिय हुए।
समारोह को संबोधित करते हुए शहीदे आजम भगत सिंह के सगे भतीजे अभय सिंह संधू ने कहा कि आज के युवाओं को शहीदे आजम के जीवन से प्रेरणा लेकर अपना तन, मन, धन सर्पित करना चाहिए यही समय की मांग है। पंजाब एंव हरियाणा उच्च न्यायलय के एड़वोकेट अरूण जौहर ने 42 वर्ष पूर्व लिखित कविता- आज उठो नौजवानो, फिर से नई दिषा दिखला दो- भटक गई है सारी दुनिया, फिर इसको मंजिल बतला दो
पंडित मोहन लाल एस.डी. स्कूल के बच्चों ने गांधी जी का प्रिय भजन- वैष्णव जन तैने कहिऐ,जो पीर पराई जाने रें पस्तुत किया। प्रातः सामूहिक श्रम दान तथा सामूहिक चरखा कताई एंव मौन श्रृद्धाजलि का कार्यक्रम भी आयोजि किया गया। मंच संचालन चण्डीगढ की जानी मानी एंकर पुनीता बावा ने किया। धन्यवाद ज्ञापन देवराज त्यागी, निदेषक गांधी स्मारक भवन ने किया




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