By Tricitynews Reporter
Chandigarh 08th
November:- गेम ऑफ़
अयोध्या
‘ फिल्म
भारतीय
सेंसर
बोर्ड
ने 27 जनवरी को बेन
किया
था।
सर्टिफिकेशन
एपिलेट
ट्रिब्यूनल ने रिटायर्ड चीफ
जस्टिस
मनमोहन
सरीन
के
अध्यक्षता
में
बिना
किसी
कट
के
इस
फिल्म
को U/A प्रमाणपत्र देने का
सेंसर
को
आर्डर
दिया
।
भारतीय सेंसर बोर्ड
ने
फिल्म
‘गेम
ऑफ़
अयोध्या
‘ को
27 जनवरी
को
बेन
किया
था
ये
कहकर
की
इस
फिल्म
से
सांप्रदायिक
दंगे
हो
सकते
है।
डायरेक्टर
सुनील सिंह ने बताया की फिल्म सर्टिफिकेशन
एपिलेट
ट्रिब्यूनल ने रिटायर्ड चीफ
जस्टिस
मनमोहन
सरीन
के
अध्यक्षता
में
बिना
किसी
कट
के
इस
फिल्म
को U/A प्रमाणपत्र देने का
सेंसर
को
आर्डर
दिया
है।
ये
फिल्म
जहा 08 महीने
तक
FCAT और
सेंसर
के
विवादों
में
घिरी
रही
, 24 नवंबर को
रिलीज़
होने जा रही है।
चूँकि
यह
फिल्म
बाबरी
मस्जिद
और
आयोध्या
पर
बनी
कमेटी
लिब्राहन
कमेटी
पर
आधरित
है।
किस
तरह से आयोध्या के
नाम
पर
किया,
क्या
हुआ
किस
तरह
की
राजनीती
हुई।
यह फिल्म एक
हिंदू
पत्रकार
की
कहानी
है
जो
मुस्लिम
लड़की
से
प्यार करता है परन्तु उस
समय
उनके
साथ
क्या
हालत
पैदा
हुए
यह
उस
पर
लिखी
गई
है।
फिम
से
किसी
की
भावनाओ
को
ठेस
नहीं
पहुंचाई
गई
है।
FCAT के
आर्डर
के
हिसाब
से
बताया
गया
है
की
ये
फिल्म
एक
हिन्दू
– मुसलमान
की
प्रेम
कहानी
है
जहा
देश
में
रथ
यात्रा
निकालकर
कुछ
राजनेता
धर्म
के
नाम
पर
लोगों
को
बाटने
का
काम
कर
रहे
है
वही
देश
में
दूसरी
तरफ
हिन्दू
– मुसलमान
भाईचारे
में
रहते
है
और
आपस
में
प्रेम
विवाह
भी
करते
है।चूँकि फिल्म मे आयोध्या और बाबरी मस्जिद
के
समय
के
हालातो
को
उजागर
करते
हुए
प्रेम कहानी को फोकस
किया
है।
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