By Tricity News
Chandigarh 24th
April:- विस्माद द्वारा जल्द ही आने वाली एनिमेशन फिल्म "भाई तारू सिंह" का प्रेस कांफ्रेंस किया गया, 2005 में भारत की पहली एनिमेशन "साहिबज़ादे" का निर्देशन और निर्माण भी विस्माद द्वारा किया गया था। एनिमेशन फिल्म भाई तारु सिंह के लेखक और निर्देशक विस्माद के सी.ई.ओ सुखविंदर सिंह है।
इस मौके पर सुखविंदर सिंह ने बताया कि, " विस्माद का असली मकसद एनिमेशन और नए जमाने के डिजिटल माध्यम द्वारा सिक्खों की अमीर विरासत को पेश करना है। उन्होंने बताया वह बहुत खुश हुए कि उनकी पहली फिल्म 2005 में लोगों के बीच लाई गई थी जिसने न ही केवल बच्चों को प्रभावित किया बल्कि उनको विरसे के बहुत सारे पहलुओं से भी अवगत करवाया।
कहानी के बारे में उन्होंने बताया कि भाई तारु सिंह जी के समय में सिक्खों की बहुत मुश्किल घड़ी थी। मुगल शासन जो इस कौम को तबाह करने पर तुला हुआ था सिक्खों के सिर पर इनाम थे और जानवरों की तरह शिकार खेला जाता था। फिर भी भाई तारु सिंह न ही केवल 24 साल तक जीवित रहे बल्कि पास के गांव में रह रहे हिंदू और मुसलमान लोगों के दिलों में इज्जत भी कमाई।
3D CGI (Computer Graphics Imagery) को छोड़कर फिल्म का ज्यादातर भाग असली है, भाई तारु सिंह जी के दर्शन पर खास ध्यान दिया गया है, जिस कारण भाई तारु सिंह का कैरेक्टर एक असली इंसान जैसा सिनेमा स्क्रीन पर देखने को मिलेगा। फिल्म का बड़ा हिस्सा मोहाली में विस्माद एनिमेशन स्टूडियो में बनाया गया है। कुछ 3D भाग चेन्नई में विस्माद की रचनात्मक टीम की सीधी निगरानी में बनाया गया है।
अगर संगीत की बात करेंगे तो संगीत अतुल शर्मा और टाइगर स्टाइल(UK) से तैयार करवाया गया है और कनवर ग्रेवाल द्वारा गाया गया है।
इससे पहले भी विस्माद द्वारा साहिबजादे(2005), बंदा सिंह बहादुर (2006), सुंदरी: द ब्रेव कौर(2008), भाई तारु सिंह(2010) और भाई सुबेघ सिंह सहबाज़ सिंह (2012) 5 एनिमेशन फिल्मी आ चुकी है।
इस मौके पर विस्माद की समूची टीम भी मौजूद थी।
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