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Tricitynews
Chandigarh 10th July:- चितकारा यूनिवर्सिटी में एक परस्पर संवाद सत्र में जानी मानी पोषणविद् अंजू
अत्रे ने विद्यार्थियों को आज के भागदौड भरे जीवन में स्वस्थ जीवन की महत्ता के
विषय में बताया। बातचीत के दौरान उन्होनें अपने जीवन में छोटे बदलाव के महत्ता को
प्रकाशित किया जैसे कि प्रतिदिन एक मुठ्ठी बादाम खाना से और प्रतिदिन नियमित
व्यायाम करना स्वस्थ जीवन को व्यवस्थित रखता है। उन्होनें यह भी समझाया कि किस
प्रकार बादाम के साथ स्मार्ट स्नैकिंग स्वस्थ जीवन की ओर बढने का एक श्रेष्ठ मार्ग
है और पेट का भरने की पूर्णता का अहसास, भार तथा मधुमेह प्रबंधन तथा स्वस्थ ह्रदय की
देखभाल में बादाम की भूमिका की व्याख्या की।
कार्यक्रम में
बोलते हुए अंजू अत्रे ने कहा कि हमारी
व्यस्त दिनचर्या के साथ खुद का स्वस्थ रखना मुश्किल होता जा रहा है, हम अक्सर शिथिल जीवनशैली का शिकार हो जाते
हैं। हम सभी को स्वस्थ जीवनशैली के लिए छोटे लेकिन प्रभावी कदम उठाने चाहिए। इसके लिए एक साधारण का कदम यह है कि बादाम जैसा
मेवा खाया जाये। बादाम में आवश्यक पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में है जैसे कि प्रोटीन, विटामिन ई, आहारीय फाइबर आदिे इसे पोषक तत्वों से भरपूर
स्नैक्स बनाते है जिससे आपको दिनभर चुस्त रखने में मदद मिलती है। न्यू इंगलैंड
जर्नल ऑफ मेडेसिन में प्रकाशित शोध
दर्शाता है कि जो लोग कम से कम सप्ताह में सात बार बादाम जैसे मेवे का सेवन करते
है उनके मृत्यु दर के सभी कारणों में उन लोगों की तुलना में 20 प्रतिशत की कमी पाई
गयी जो मेवा नहीं खाते हैं। बीच के खाने के समय में अपूर्ण स्नैक्स की तुलना में बादाम
को स्नैक्स के तौर पर खाने से आपकी सेहत में एक स्वस्थ बदलाव आयेगा।
एक मुठ्ठी
स्नैक्स चलते चलते खाने वाला स्नैक्स है जिसे कही भी और किसी भी समय खाया जा सकता
है। इस मेवे को अपने कॉलेज के बैकपैक में रखिए और क्लास के बीच में खाइये या अपनी
डेस्क में रखें और बीच बीच में चबायें।
कार्यक्रम का
समापन छात्रों के साथ इस विषय पर परस्पर संवाद के साथ हुआ कि किस प्रकार अपने लिए, उनके परिवारों को स्वस्थ जीवनशैली सुनिश्चित
कराई जाये।
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