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Tricitynews
Chandigarh
28th November:- टेलीकाम टावर कंपनी इंडस टावर्स ने आज पंजाब
एवं हरियाणा में सशक्त संचार नेटवर्क उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता की पुष्टि की है, यह संचार नेटवर्क क्षेत्र के विकास को बढ़ावा
देगा। कंपनी क्षेत्र में 70 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर्स को संचार (कम्युनिकेशन)
नेटवर्क से जोड़कर और स्थानीय प्रतिभा को निर्बाध नेटवर्क कनेक्टिविटी उपलब्ध
कराने के लिए कौशल एवं रोजगार प्रदान कर क्षेत्र के विकास के लिए प्रयासरत
है।
वर्तमान में
पंजाब और हरियाणा टेलीकाम सर्कल में इंडस टावर्स के 8900 से अधिक टावर्स और 19,002
समझौते हैं, जो न केवल क्षेत्र में सशक्त दूरसंचार नेटवर्क उपलब्ध कराते हैं बल्कि क्षेत्र
के समग्र विकास में भी योगदान देते हैं। कंपनी ने विभिन्न दूरसंचार सेवा प्रदाताओं
की उग्र रोलआउट योजनाओं के मद्देनज़र 2019 तक 600 और टेलीकाम टावर इन्सटाल करने की
योजना बनाई है; इससे कंपनी के संचार नेटवर्क का विकास होगा।
इंडस टावर्स
मोबाइल इंटरनेट की पहुंच बढ़ाकर सरकार की ई-प्रशासन एवं डिजिटल इण्डिया पहल में भी
योगदान देगा। इसी के मद्देनज़र कंपनी कई महत्वपूर्ण स्थानों जैसे सरकारी इमारतों, अस्पतालों, अदालतों एवं सचिवालयों में इन-बिल्डिंग
सोल्यूशन इन्सटाल कर रही है, साथ ही पंजाब और हरियाणा में टेलीकाम कनेक्टिविटी की बढ़ती ज़रूरत को पूरा
करने के लिए छावनी क्षेत्रों में सैल आन व्हील्स लगाए गए हैं।
पंजाब एवं
हरियाणा क्षेत्र में इंडस टावर्स की प्रतिबद्धता के बारे में बात करते हुए गगन
कपूर, सर्कल
सीईओ-पंजाब और हरियाणा, इंडस टावर्स ने कहा की इंडस टावर्स ने पंजाब एवं हरिेयाण में निर्बाध टेलीकम्युनिकेशन नेटवर्क कवरेज
के विस्तार तथा दूरदराज के इलाकों में आधुनिक इन्फ्रस्ट्रक्चर की स्थापना के
द्वारा क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हमारे प्रभावी एवं भली
प्रकार से कनेक्टेड टावर्स का नेटवर्क निर्बाध कनेक्टिविटी उपलब्ध कराकर क्षेत्र
की अर्थव्यवस्था के विकास में योगदान दे रहा है। क्षेत्र में हमारे कर्मचारियों का
सशक्त आधार है, हम स्थानीय प्रतिभाशाली युवाओं को रोजगार योग्य एवं उत्पादक बनाने के लिए
प्रयासरत हैं।’’
भारत को
प्राथमिकता देने के दृष्टिकोण के साथ इंडस टावर्स का मानना है कि कंपनी का विकास
इसके लोगों के विकास में निहित है। पंजाब और हरियाणा में कंपनी के 200 से अधिक
(प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष) कर्मचारी हैं। कंपनी अपने इन कर्मचारियों के कल्याण, प्रशिक्षण एवं समग्र विकास पर ध्यान
केन्द्रित करती है।
गगन कपूर ने कहा की इंडस टावर्स पर्यावरण एवं समुदाय के प्रति
ज़िम्मेदार और संवेदनशील है। उर्जा दक्षता एवं शून्य उत्सर्जन इंडस के केन्द्रीय
मूल्य हैं और इसके दीर्घकालिक दृष्टिकोण का हिस्सा हैं।
अक्टूबर 2018 को
कंपनी की कुल 5488 साईट्स में मौजूद 61 फीसदी टावर्स हरित हैं और आने वाले 2-3
सालों में इंडस ने अपनी सभी गतिविधियों में डीज़ल रहित संचालन की योजना बनाई है।
इन हरित साईट्स में उर्जा के आधुनिक समाधानों का इस्तेमाल किया जाता है जैसे तेज़ी
से चार्ज होने वाली बैटरियां, डीज़ल जनरेटर के विकल्प आदि। इन विकल्पों के माध्यम से कंपनी अपने संचालन
क्षेत्र और देश भर में कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने के लिए प्रयासरत है। अपने
प्रयासों के तहत इंडस टावर्स ने पिछले साल में उत्तरी सर्कल में 4.4 मिलियन लीटर
डीज़ल की बचत की है।
इसके अलावा, अपनी ‘शट एसी’ पहल के ज़रिए इंडस टावर्स ने पंजाब एवं
हरियाणा में एसी शट डाउन कर 4908 साईट्स में रूपान्तरण किया है, जिसके परिणामस्वरूप कार्बन उत्सर्जन और
प्रदूषण में कमी आई है।
स्थानीय
अर्थव्यवस्था के विकास एवं स्थायित्व को बढ़ावा देने के लिए इंडस टावर्स अपनी
सुरक्षा पहलों जैसे ‘सुरक्षा रथ’ के माध्यम से समुदाय में निरन्तर सुधार ला रही है। ‘सुरक्षा रथ’ एक सड़क सुरक्षा अभियान है जिसका संचालन
विभिन्न स्कूलों, कालेजों और नगरों में किया जा रहा हे। इसके अलावा कंपनी ने अपने टेकनिशियनों
की सुरक्षा में सुधार लाने के लिए 22 नवम्बर 2018 को भटिण्डा और चण्डीगढ़ में एक ‘बाईक फ्री सिटी’ पहल की शुरूआत की। इस पहल के लिए दोपहिया
वाहनों को चार-पहिया वाहनों से बदला जा रहा है और मानवीय हस्तक्षेप को कम करने के
लिए साईट आटोमेशन को बढ़ावा दिया जा रहा है।
इंडस टावर्स ने
अपने कर्मचारियों को सुरक्षा प्रशिक्षण देने तथा नशे की लत से बाहर निकालकर
पुनर्वास सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए कई कार्यक्रमों का संचालन किया है। इंडस
पर्यावरण को प्राथमिकता देती है, इसी के मद्देनज़र पिछले पर्यावरण सप्ताह के दौरान 1000 से अधिक पेड़ भी लगाए
गए हैं।
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