By Tricitynews
Panchkula 03rd Aug:- पंचकुला सेक्टर 5 स्थित बेलाविस्टा होटल में तीज के अवसर पर 2 दिवसीय “
बंधन लाइफस्टाइल एवं होम डेकोर ” प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया गया| प्रदर्शनी
का आयोजन तीज त्यौहार और रक्षा बंधन को सोचते हुए किया गया| प्रदर्शनी का मुख्य
आकर्षण फुलकारी दुपट्टे, जुत्ती और रक्षा बंधन की राखी रहा | लोगों की जरूरत ख़ास
कर महिलाओं की पसंद को लेकर पंजाबी सूट, सजावटी सामान, ब्रास के बने ज़ेवरात,
अम्बाला केंट का चटनी –आचार, क्रोसिया वर्क और हाथ से बने डिज़ाइनर कुर्ती रहे
| प्रदर्शनी
के आयोजक अंजलि राकेश मकीं ने आगे बताया की प्रदर्शनी में कुल
40 स्टाल
लगाये
गये
थे
| इस
प्रदर्शनी
का
उद्घाटन
डॉ
मोनिका
अग्रवाल
ने
किया
|
इस प्रदर्शनी “ बंधन - राखी और तीज” में सूट्स के लिए सुखप्रीत शेरगिल
डिज़ाइनर स्टूडियो से लवलीन जिसे वह पिछले 11 सालों से चला रही है ने कहा की वह हर
प्रदर्शनी में लोगों को पंजाबी सभ्यता से जोड़ने की कोशिश करती है | हर सूट में वह
अपने कल्चर के ज़रिये लोगो को जोडती हैं | वहीं दूसरी ओर नज़ाकत से भव्या बावा लोगों
के लिए क्रोसिया और लेज़ से बने सूट को लेकर आई हैं| इन्होने बताया की 1 सूट को
त्यार करने में कारीगर को एक दिन लगता है तब जाकर सूट त्यार होता है | अतरंगी से
सुनाक्षी सिन्हा ने भी अपने डीज़ाईनर कलेक्शन से लोगो का मन मोह लिया इन्होने लोगों
की पसंद वेस्टर्न और डिज़ाइनर कलेक्शन को एक साथ प्रो कर पेश किया | हरप्रीत कौर ने
प्रदर्शनी में फरीदाबाद से आकार पंजाबी जुत्ती, फुलकारी वाले दुपट्टे पेश किये |
राजस्थान से आई रचना ने राखी पर शगुन करने के लिए ख़ास तोर पर मार्बल से बनी
प्लेट्स, टिक्के के दोरान पीकॉक फेदर में चावल और कुमकुम को रखा जा सके एसी आइटम
को पेश किया है |
खासियत: लोगों को अपनों की याद या कहें की पहली पहचान के रूप में जैसे
फोटोज को निशानी के तोर पर रखा जाता रहा है उसी प्रकार से “वेह्डा सगना दा” से
सुचिता सबलोक ने कास्टिंग मटिरियल से बनी चीजों को पेश किया जिसे वह पिछले 7 सालों
से बनाती आर ही हैं | मसलन नन्हे नन्हे हाथ पैर, पती-पत्नी के हाथ, उनके पेरों के
निशान जो की आज कल के फैशन में आता जा रहा है बनाये है जिन्हें लोग यद् के रूप में
घरो की दीवारों में लगते हैं | राखी ले लिए जयपुर से आई वीन अग्रवाल जो पिछले 5
साल से संदल, तुलसी की लक्कड़ पर नकाशी कर राखियाँ बनाती आर रही हैं ने पेश किया 5
ग्राम चांदी के सिक्के की राखी को | इन्होने गणपति, लड्डू गोपाल, साईं बाबा की
तस्वीरों के साथ राखियों को यहाँ पेश किया | फरिदवाद के जेवरातों की कहें तो
फरीदाबाद से तराश क्रिएशन ने आकर ब्रास से देवीयों की तस्वीरों का इस्तेमाल कर
जेवरातों को पेश किया, साथ ही करनाल से आये श्री कृष्णा ज्वेलर्स की वर्षा अग्रवाल
ने टेम्पल ज्वेलरी जो की प्रदर्शनी में हेदराबाद, अफगानिस्तान और कोरियन से ललाई
है, को पेश किया | बर्तनों की कहें तो रंगीन कांच के बने प्रिंटेड और नॉनप्रिंटेड
ऑपल बर्तनों को अरलीन कौर क्रिएशन से आई रश्मित कौर ने पेश किया | अंत में रही
स्वादिष्ट खाने की बात तो अम्बाला केंट से आई स्वादिस्ट खाना खिलने की शोकिन
शालिनी अग्रवाल ने अपने घर में बने मसालों और बिना किसी केमिकल रसायन से तैयार
चाट, आचार, और बिना अंडे से तैयार केक को पेश किया | उन्होंने कहा की इस काम में
उनका साथ सास-ससुर और पति दते है | उनकी बेटी अनन्या ने कहा की वह भी इस काम में
उनका साथ देना पसंद करती है और वह भी उनके इस काम को आगे तक लेकर जाएंगी |
No comments:
Post a Comment