Friday, 6 September 2019

गौड़ीय मठ में श्रद्धाभाव और उत्साह से मनाई गई राधा अष्टमी: हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे रामा हरे रामा के जयकारों पर खूब झूमे भक्त


By Tricitynews
Chandigarh 06th September:- श्री चैतन्य गौड़ीय मठ मंदिर सेक्टर 20 चंडीगढ़ में राधा अष्टमी का त्यौहार बड़ी ही श्रद्धाभाव और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सवेरे 04 मंगल आरती के साथ ही कार्यक्रम शुरू हुए। उसके बाद कीर्तन औऱ दोपहर 12 बजे पंचामृत से महाभिषेक किया गया। भक्तों में उत्साह देखते ही बनता था। हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे रामा हरे रामा और राधे राधे भजो राधे जयकारों पर भक्त झूमते नजर आए। इससे माहौल बड़ा ही भक्तिमयी हो रखा था। इस अवसर पर मंदिर को आकर्षक रूप से सजाया गया था। मंदिर की भव्यता देखते ही बनती थी।हरियाणा प्रदेश के लोकपाल जस्टिस एन के अग्रवाल इस अक्सर पर राधा रानी का आशीर्वाद लेने के लिए विशेष रूप से उपस्थित थे।
उक्त जानकारी देते हुए मठ मंदिर के प्रवक्ता जय प्रकाश गुप्ता ने बताया कि राधा रानी का जन्म महोत्सव आज मंदिर में बड़े ही धूमधाम से मबय गया है
चंडीगढ़ गोरिया मठ के प्रबंधक  बामन जी महाराज जी के अनुसार राधा अष्टमी के दिवस पर प्रातकाल मंगला आरती के पश्चात दोपहर तक संकीर्तन प्रवचन का आनंद भक्तजनों ने प्राप्त किया। ठीक दोपहर 12:00 बजे राधा रानी जी का महा अभिषेक पंचा अमृत से किया गया। तत्पश्चात आरती की गयी।  राधा रानी जी के जन्मोत्सव के शुभ अवसर पर उनके लिए विशेष तौर पर उनके लिए ड्रेस तैयार की गयी थी। महा अभिषेक के पश्चात 56 तरह के व्यंजनों का भोग लगाया गया। जिसमें लड्डू बादाम के लड्डू  काजू की बर्फी बेसन की बर्फी केसर की बर्फी बालूशाही कश्मीरी बर्फी,, पान बर्फी रसमलाई राजभोग गुलाब जामुन खीर मोहन, काजू बादाम पिसता की खीर शाही पनीर मलाई कोफ्ता ,पास्ता कड़ी ,मालपुआ कश्मीरी काजू पुलाव विशेष तौर पर व्यंजनों का राधा रानी राधा माधव जी को भोग लगाया गया  तत्पश्चात हजारों भक्तों के लिए विशेष भंडारे का आयोजन किया जा गया था। इस अवसर पर मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया था। हिमाचल नाहन से विशेष तरह के फूल मंगवाए गए थे। 
त्रिदंडी स्वामी बामन महाराज जी ने बताया कि आज ही के दिन राधा रानी जी का जन्म मथुरा स्थित रावल नाम के स्थान पर हुआ था। राजा वृषभानु जी सरोवर में स्नान करने के लिए गए तो कमल के फूल में राधारानी उनको प्राप्त हुई थी। पूरे वर्ष तक आप राधा रानी जी के चरण कमल के दर्शन नहीं कर सकते। केवल राधा अष्टमी के दिन ही भक्तजन राधा रानी जी के चरणों का दर्शन कर अपने जीवन को मंगलमय आनंदमय बना सकते हैं lउन्होंने बताया कि भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त करने के लिए सर्वप्रथम राधा रानी का आशीर्वाद राधा रानी की कृपा दृष्टि अत्यावश्यक है

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