Chandigarh Feb. 10,
2021:- उम्र के अंतिम पड़ाव में अपनों की कमी के चलते बुजर्ग अकसर अकेलेपन का शिकार हो जाते हैं। ट्राइसिटी में ऐसे हजारों बुजर्ग हैं, जिनके पास पैसा व अन्य सुविधायें तो हैं लेकिन उनके पास दुख बांटने वाले सहयोगी नहीं हैं। इन्हीं समास्यों के मद्देनजर बुजर्गो के प्रति अपनी जिम्मेवारी व्यक्त करते हुये उनकी संभाल और सुरक्षा की दृष्टि से एलकेयर ने चंडीगढ़ में अपना संचालन शुरु करने की घोषणा की है ।
चंडीगढ़ कल्ब में आयोजित एक प्रैस काफ्रेंस के दौरान एलकेयर के प्रबंध निदेशक सुरेश मुटनेजा ने बताया कि देश में परिपक्व होती बुजर्गो की जनसंख्या को उनकी ढ़लती उम्र में संभाल की बहुत अधिक जरुरत है। उन्होंनें बताया कि यूएन पोपूलैशन फंड और हैल्पऐज इंडिया के आंकड़ों के अनुसार देश की कुल जनसंख्या में लगभग 104 मिलियन सीनियर सिटिजंस हैं जिसमें 53 मिलियन महिलायें हैं जबकि 51 मिलियन पुरुष हैं। एक अनुमान के मुताबिक 2026 तक यह जनसंख्या 173 मिलियन तक बढ़ जायेगी जिनको ओर अधिक संभाल की आवश्यकता होगी। सरकार द्वारा की जा रही पहल के बीच निजी कंपनियों को भी अपनी जिम्मेवारियां समझनी होगी और इसी दृष्टि से एलकेयर ने भी यह बीड़ा उठाया है।
ऐलकेयर बुजर्गो की इमोश्नल जरुरतों के साथ साथ उन्हें चिकित्सक सेवायें भी उपलब्ध करवायेगी। ऐलकेयर के टीम की विशेष बात यह है इसमें पूर्व सैन्यकर्मियों की सेवाऐ जी जा रही है जो कि देश के साथ साथ समाज के प्रति निष्ठावान हैं।
मुटनेजा ने बताया कि बुढ़ापे में पीड़ा और अनेकों बीमारियों से ग्रस्त बुजर्गो के लिये एडवाईजरी के साथ साथ डेकेयर नर्सिंग सुविधायें एक काल पर उपलब्ध होंगीं। इसके साथ साथ घर से लैब टेस्टिंग सैंपल्स एकत्रित करना से लेकर घर में ही आईसीयू सेट अप करना आदि शामिल होगा।
इस अवसर पर विशेष रुप से आमंत्रित डीएवी मैनेजमेंट कमेटी के पूर्व चैयरमेन सुभाष मारिया, चंडीगढ़ पोलिटेकनिक कालेज की पूर्व प्रिंसीपल कविता मारिया, यूएन की पूर्व कौंसलर नलिनी तनेजा सहित मुख्यातिथि ज्ञान ज्योति संस्थान के चैयरमेन जेएस बेदी ने ऐलकेयर के इस पहल की प्रशंसा की।
कार्यक्रम में संयुक्त प्रबंध निदेशिका डाक्टर शालू मुटनेजा, निदेशक पंकज भाई और रुचि भाई, लीगल प्रमुख मानव मुतनेजा, चीफ आपरेटिंग आफिसर विंग कमांडर रिटायर्ड रमन सोपोरी, आईटी सलाहाकार संजय तनेजा, टीम लीडर्स अशोक पाल, संतोष कुमार सहित अन्य कर्मियों ने भी भाग लिया।
No comments:
Post a Comment