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Tricitynews
Chandigarh
03rd August:- जिला मोगा के अंतर्गत आती तहसील धर्मकोट के जमींदारों ने
क्षेत्र में धड़ल्ले से चल रही अवैध माइनिंग के लिए कांग्रेसी नेताओं और प्रशासन की
खनन माफिया से मिलीभगत के आरोप लगाते हुए राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर
शिकायत की है और इस संबंध में ठोस कार्रवाई की गुहार लगाई है।
चंडीगढ़ प्रेस क्लब
में आज आयोजित पत्रकार् वार्ता में जमींदार फुम्मन सिंह , जमींदार साधू सिंह
और जमींदार गुरप्रीत सिंह ने कहा कि पंजाब राज्य में पिछली सरकार से लेकर अब तक की
सरकार अवैध माइनिंग के दोष एक दूसरे पर लगाती रही है और दोष लगाए भी जा रहे है। जब
कि कैप्टन सरकार और उनके मंत्रियों की ओर से बड़े बड़े दावे किए जा रहे है कि अब
राज्य में कहीं भी अवैध माइनिंग नही हो रही और न ही होने दी जाएगी।यह सब पिछली
सरकार के दौर में ही हो रहा था। उन्होंने कहा कि सरकार के दावों की पोल खोलती ताजा
मिसाल उनके एरिया में भी देखी जा सकती है। उनकी तहसील धर्मकोट चौकी कमालके के अधीन
आते गांव चक सिंघपुरा की लगभग 8 एकड़ रकबे में कांग्रेसी नेताओं और प्रशासन की
देखरेख में ठेकेदार प्रकाश सिंह पुत्र जागीर सिंह द्वारा अवैध माइनिंग की जा रही
है। जब कि ठेकेदार प्रकाश सिंह को सरकार की तरफ से चिमन सिंह की जमीन से 0.75 हेक्टेयर रकबा
माइनिंग के लिए अलाट किया किया गया है , जिसका खसरा नंबर 11/7 मिन( 6-16) , 15 (8-0)
है। पर ठेकेदार प्रकाश सिंह ने सरकार द्वारा
अलाट रकबे में से अब तक आधे रकबे में ही कानूनी तौर पर माइनिंग की है। ठेकेदार ने अलाट हुए रकबे को
छोड़ कर उसके साथ लगती जमीन जो कि दिलावर सिंह पुत्र फुमन सिंह पुत्र दीवान सिंह और
सरवन सिंह के नाम है , पर अवैध रूप से बिना उनके संज्ञान मे लाये
माइनिंग शुरू कर दी है।इस नाजायज माइनिंग से रोजाना 200-250 टिप्पर और 100-150 ट्राली , जो कि चैन माउंटेड
( पोप लेन) मशीनों से की जाती है। जिससे सरकार को 25-30 लाख रुपये का
नुकसान हो रहा है।
उन्होंने बताया कि
फुमन सिंह, साधु सिंह और गुरप्रीत सिंह की जमीन भी इस
माइनिंग किये गए रकबे के साथ लगती है , और उनको डर है कि ठेकेदार द्वारा उनकी जमीन में
भी अवैध माइनिंग की जाएगी। उनका कहना है की वो अपनी जमीन में माइनिंग नही होने
देना चाहते लेकिन ठेकेदार से उन्हें धमकियां मिल रही है। उन्होंने बताया कि इस
बारे में उन्होंने डिप्टी कमिश्नर , एस एस पी और एस डी एम को भी लिखित शिकायत दी थी , पर उनकी शिकायत पर
कोई कार्रवाई नही हुई। सिर्फ एस डी एम ने उनकी शिकायत का संज्ञान लेते हुए
खानापूर्ति के लिए मौके पर फोटोज भी खींची , पर कोई हल नही निकाला। बल्कि उन्हें ही जान से
मार दिए जाने की धमकियां मिल रही है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में उन्होंने
राज्य के मुख्यमंत्री को लिखित शिकायत की है। पर इसपर भी कोई कार्रवाई नही हो पाई।
जिससे आहत होकर आज उन्होंने अपनी बात मीडिया के आगे रखना सही समझा।उन्होंने गुहार
लगाते हुए सरकार से मांग की कि ठेकेदार प्रकाश सिंह पर कार्रवाई की जाए और
एरिया में हो रही अवैध माइनिंग को रोका जाए , जिससे सरकारी खजाने को होने वाले और नुकसान को
रोका जा सके।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार द्वारा भी कोई कार्रवाई न कि गयी तो मजबूरन उन्हें
सड़कें जाम कर अपना रोष जाहिर करना पड़ेगा। जिसकी जिम्मेवारी पूरी तरह से सरकार कि
होगी ।
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